जालंधर 30 अगस्त 2025: सतलुज, ब्यास और रावी नदियों का पानी उफान पर चल रहा है। भाखड़ा, गोबिंद सागर झील, पौंग डैम सहित पंजाब के विभिन्न डैमों में पानी लगातार बढ़ता जा रहा जोकि खतरे की घंटी बनता जा रहा है। बाढ़ के चलते पंजाब के कई इलाकों में 37 सालों का रिकार्ड टूट चुका है। 1988 के बाद पहली बार इतनी भीषण बाढ़ की स्थिति देखने को मिल रही। डैमों की सुरक्षा को देखते हुए लगातार पानी छोड़ा जा रहा है जिससे गांवों के गांव पानी में समा चुके हैं।
हिमाचल व जम्मू-कश्मीर के साथ लगते कई जिलों, बार्डर जोन (अमृतसर) के नजदीक हालात बेहद खराब बने हुए हैं। जम्मू रूट की सैकडों ट्रेनें प्रभावित हो चुकी है। आलम यह है कि कई जिलों में लोग अपने घरों को छोड़कर जाने को मजबूर हो चुका है। बारिश का सिलसिला चलता रहा तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी खराब होती नजर आ सकती है।
