15 अप्रैल 2025 : आचार्य चाणक्य प्राचीन भारत के एक महान शिक्षक, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, समाजशास्त्री थे. उनके द्वारा बताई गई नीतियां आज भी व्यक्ति का जीवन बदलने का सामर्थ्य रखती हैं. कहते हैं कि आचार्य चाणक्य की नीतियां व्यक्ति को सही गलत का फर्क समझाती हैं और मनुष्य के दायित्वों का सही अर्थ भी बताती हैं.
ऐसे ही एक नीति में आचार्य चाणक्य पिता के दायित्वों का जिक्र भी किया है, जिसमें उन्होंने बताया है कि एक पिता के अपने बेटे के प्रति क्या कर्तव्य होने चाहिए. उसे अपने बेटे से कैसा व्यवहार करना चाहिए और उसकी सफलता के लिए उसे कैसे आगे बढ़ाना चाहिए. तो आइए चाणक्यनीति के अनुसार कुछ ऐसी बातों को जानते हैं जो कि एक बेटे के पिता को कभी नहीं करनी चाहिए और इन गलतियों को करने से बचना चाहिए.
बेटे की हर जिद पूरी करना
बेटे को प्यार देना हर पिता का कार्य है लेकिन चाणक्य नीति कहती है कि जरूरत से ज्यादा लाड़-प्यार बच्चे को जिद्दी और गैर जिम्मेदार बना सकता है. अगर आप उसकी हर गलती को नजरअंदाज करेंगे और हर जिद पूरी करेंगे, तो वह यह नहीं समझ पाएगा कि जीवन में परिश्रम की कितनी अहमियत है.
मार्गदर्शन दें, नियंत्रण नहीं
जब बेटा बड़ा हो जाता है तो उसे अपनी ज़िंदगी के फैसले लेने की आज़ादी मिलनी चाहिए .अगर हर कदम पर पिता दखल देंगे तो वह आत्मनिर्भर नहीं बन पाएगा. चाणक्य नीति यही कहती है कि बेटे को स्वतंत्र सोचने की क्षमता सीखनी चाहिए, साथ ही उसका मार्गदर्शन करना चाहिए.
संगति पर रखें नजर
आधुनिक जीवनशैली में पिता बेटे की संगति पर ध्यान नहीं दे पाते. लेकिन आज के समय में यह एक गंभीर चूक है. बेटे को गलत संगति से बचाना और सही राह दिखाना पिता का कर्तव्य होता है. ऐसे में अगर आप समय रहते उसे सही दिशा नहीं दिखाएंगे व दोस्तों की पहचान नहीं कराएंगे तो आपका बेटा गलत रास्ते पर भी जा सकता है
संस्कारों की नींव मजबूत करें
आज के समय में धन कमाने की शिक्षा देना बहुत जरूरी है, लेकिन अगर उसमें इंसानियत की भावना न हो तो सब व्यर्थ है. चाणक्य कहते हैं कि बेटे को ऐसे संस्कार दें कि वह केवल सफल नहीं बल्कि एक अच्छा इंसान भी बने.
बेटे को कमजोर न समझें
पिता को कभी अपने बेटे को कमजोर नहीं समझना चाहिए.हर बेटा अपनी राह बना सकता है अगर उसे पिता का विश्वास और समर्थन मिले. कई बार पिता यह मान लेते हैं कि बेटा अनुभवहीन है और उसके फैसले गलत हो सकते हैं. लेकिन इस सोच के कारण बेटे की हिम्मत टूट सकती है जिसका असर इसके भविष्य पर पड़ेगा.