23 अप्रैल 2025 : मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम से आतंक का ऐसा भयानक चेहरा नजर आया, जो किसी ने सोचा भी नहीं था. कश्मीर की वादियों में घूमने गए 26 पर्यटकों को आतंकवादियों ने एक-एक कर मौत के घाट उतार दिया. बताया जा रहा है कि पर्यटकों पर चुन-चुनकर गोलियां बरसाने के बाद ये आतंकी पास के पहाड़ी जंगल में जा छुपे हैं. इन आतंकियों ने चुन-चुनकर पुरुष पर्यटकों को ही निशाना बनाया और उनसे पूछा कि वे हिंदू हैं या मुस्लिम. पहलगाम की इस घटना पर पूरे देश में गुस्सा साफ नजर आ रहा है. इस घटना पर प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय ने बड़े सवाल उठाए हैं.
वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक वह गायक इंद्रेश उपाध्याय ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए अपना संदेश सोशल मीडिया के जरिए दिया. उन्होंने लिखा, ‘पहलगाम कश्मीर में हुआ आतंकी हमला निंदनीय है… इन विषयों पर कुछ कहना और प्रतिक्रिया देना भी कष्ट देता है. पर क्या भारत में ही हिंदू होना गुनाह हो गया है? अरे उनसे तो धर्म पूछा गया था… पर कइयों का तो स्वरूप ही बता देगा कि ये हिंदू हैं.. क्या करेंगे फिर?’
इंद्रेश महाराज आगे लिखते हैं, ‘सरकार से प्रार्थना है कि इस मामले में जल्द से जल्द ऐसा निर्णय लेवे कि हम गर्व से निर्भय हो कर कहें, ‘हम हिंदू हैं…’ और पुन: ऐसा करने का भी विचार किसी उपद्रवी के मन में न आवे… दिवंगतों के लिए ‘श्री जी और लाल जी से प्रार्थना है.’
इस आतंकवादी हमले में मारे गए पुणे के एक कारोबारी की बेटी ने दावा किया कि आतंकवादियों ने पुरुष पर्यटकों से उनका धर्म पूछने के बाद उन्हें गोली मारी. 26 साल की असावरी ने बताया, ‘वहां कई पर्यटक मौजूद थे, लेकिन आतंकवादियों ने खास तौर से पुरुष पर्यटकों को निशाना बनाया और उनसे पूछा कि वे हिंदू हैं या मुस्लिम…’ गोलीबारी करने वाले लोगों ने स्थानीय पुलिस जैसे कपड़े पहने हुए थे. यही वजह थी कि गोलीबारी की आवाज सुन कई पर्यटकों को लगा शायद आतंकवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ हो रही है.