4 अगस्त 2024: बस स्टैंड स्थित होटल मालिक से 2.70 लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में विजिलैंस ब्यूरों ने थाना डिवीजन नंबर-5 के पूर्व एस.एच.ओ. जगजीत सिंह नागपाल को नामजद कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें छापेमारी कर रही है लेकिन, आरोपी एस.एच.ओ. फरार चल रहा है।
एस.एस.पी. (विजिलैंस) रविंदरपाल सिंह संधू ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया है कि मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर बस स्टैंड के नजदीक रहने वाले ताज होटल के मालिक कमलजीत आहूजा ने शिकायत दी थी कि थाना डिवीजन नंबर-5 में तैनात ए.एस.आई. चरणजीत सिंह एक हत्या के प्रयास और चोरी के मामले में उसे ओर उसके परिवार को नामजद करने का डर दिखाकर उससे 2.70 लाख रुपए रिश्वत के तौर पर ले लिए थे जबकि इसके बाद आरोपी उससे होटल खोलने और चलाने के लिए 2 लाख रुपए प्रति महीना रिश्वत मांग रहा था। जांच के बाद आरोपी ए.एस.आई. के खिलाफ केस दर्ज कर उसे नामजद कर लिया गया था।
इसके बाद ए.एस.आई. चरणजीत सिंह ने 8 जुलाई को विजिलैंस के सामने आत्मसमर्पण कर लिया था। उससे हुई पूछताछ में स्पष्ट हुआ कि इस भ्रष्टाचार में पूर्व एस.एच.ओ. जगजीत सिंह भी शामिल था। इसके साथ ही उन्हे कुछ सबूत मिले जिसमें एस.एच.ओ. की भूमिका पाई गई थी। इसलिए उसे भी इस केस में नामजद कर लिया गया है। अब उसकी तलाश में लगातार छापेमारी चल रही है। जल्द उसे भी काबू कर लिया जाएगा।
एस.एच.ओ. जगजीत सिंह अपने बचाव के लिए ले रहा राजनीतिक सहारा
सूत्रों से पता चला है कि पूर्व एस.एच.ओ. इंस्पैक्टर जगजीत सिंह का राजनीतिक रसूक है जोकि अपने बचाव के लिए राजनीतिक सहारा ले रहा है। उसने अपने आकाओं के जरिए पंजाब सरकार तक पहुंच की मगर किसी की एक न चली। विजिलैंस ने सारी सिफारिशें दरकिनार कर आरोपी एस.एच.ओ. को केस में नामजद कर लिया है। हालांकि, उसे पहले ही सी.पी. ने लाइन हाजिर कर दिया था जोकि आजकल ड्यूटी से फरार चल रहा है।
