14 दिसंबर 2025 : शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने और आम लोगों को होने वाली असुविधा से बचाने के लिए प्रशासन ने सुबह 7 बजे से 8 बजे तक कुछ विशेष वाहनों के आवागमन पर अस्थायी पाबंदी लगा दी है। इस संबंध में विस्तृत रूट प्लान भी जारी कर दिया गया है, ताकि लोग समय रहते वैकल्पिक रास्तों का उपयोग कर सकें और जाम की स्थिति से बचा जा सके।
प्रशासन द्वारा जारी आदेशों के अनुसार, यह पाबंदी रोजमर्रा की भीड़, विशेष कार्यक्रम, सुरक्षा कारणों और ट्रैफिक दबाव को ध्यान में रखते हुए लागू की गई है। खासतौर पर सुबह के समय स्कूल, कॉलेज, दफ्तर और बाजार खुलने के कारण सड़कों पर वाहनों की संख्या अचानक बढ़ जाती है। इसी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
किन वाहनों पर रहेगी पाबंदी
सुबह 7 से 8 बजे के बीच भारी वाहनों जैसे ट्रक, टिप्पर, ट्रैक्टर-ट्रॉली और कुछ व्यावसायिक वाहनों की शहर में एंट्री प्रतिबंधित रहेगी। इसके अलावा, निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों और बिना जरूरी अनुमति के प्रवेश करने वाले कमर्शियल वाहनों पर भी रोक लागू रहेगी। हालांकि, एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, पुलिस वाहन और अन्य आपातकालीन सेवाओं को इस पाबंदी से पूरी तरह छूट दी गई है।
रूट प्लान किया गया जारी
ट्रैफिक पुलिस और जिला प्रशासन ने मिलकर वैकल्पिक रूट प्लान तैयार किया है। भारी वाहनों को शहर के बाहरी बाईपास और निर्धारित वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा। प्रमुख चौराहों और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस बल तैनात किया जाएगा, ताकि नियमों का सख्ती से पालन कराया जा सके।
प्रशासन ने बताया कि जिन चालकों को सुबह के समय शहर से गुजरना जरूरी है, वे निर्धारित वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। इसके लिए प्रमुख सड़कों, चौराहों और प्रवेश बिंदुओं पर सूचना बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं, जिससे वाहन चालकों को किसी तरह की परेशानी न हो।
आम जनता से अपील
प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे सुबह के समय घर से निकलने से पहले रूट प्लान की जानकारी अवश्य ले लें। खासकर स्कूल बसों, ऑटो चालकों और दोपहिया वाहन चालकों से कहा गया है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और जल्दबाजी में गलत दिशा में वाहन न चलाएं।
ट्रैफिक अधिकारियों का कहना है कि यह पाबंदी अस्थायी है और इसका उद्देश्य केवल यातायात को सुचारु रखना है, न कि लोगों को परेशान करना। यदि इस दौरान किसी वाहन चालक द्वारा नियमों का उल्लंघन किया जाता है, तो उसके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा और व्यवस्था पर जोर
सुबह के समय होने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रमुख स्कूलों, अस्पतालों और बाजारों के आसपास विशेष निगरानी रखी जाएगी। ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ होम गार्ड्स की भी तैनाती की गई है। सीसीटीवी कैमरों और कंट्रोल रूम के जरिए पूरे शहर की निगरानी की जाएगी।
प्रशासन का कहना है कि पिछले कुछ समय से सुबह के घंटों में ट्रैफिक जाम और छोटी-मोटी दुर्घटनाओं की शिकायतें बढ़ी थीं। इसी के चलते यह कदम उठाया गया है। अधिकारियों को उम्मीद है कि इस व्यवस्था से न केवल जाम कम होगा, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।
व्यापारियों और वाहन चालकों की प्रतिक्रिया
कुछ व्यापारियों और वाहन चालकों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि सुबह के समय भारी वाहनों की आवाजाही से ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित होता था। वहीं, कुछ वाहन चालकों ने वैकल्पिक रूट को लेकर और स्पष्ट जानकारी देने की मांग की है।
प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि यह व्यवस्था पूरी तरह जनहित में है और लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इसमें जरूरत पड़ने पर बदलाव भी किया जाएगा। आने वाले दिनों में ट्रैफिक स्थिति की समीक्षा के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
कुल मिलाकर, सुबह 7 से 8 बजे तक लागू की गई यह पाबंदी शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। प्रशासन की अपील है कि सभी लोग सहयोग करें और नियमों का पालन कर शहर को जाम और अव्यवस्था से मुक्त रखने में मदद करें।
सारांश
शहर में सुबह 7 से 8 बजे तक भारी और कुछ व्यावसायिक वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई गई है। ट्रैफिक सुचारु रखने के लिए प्रशासन ने विस्तृत रूट प्लान जारी किया।
