25 नवंबर 2025 : नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर वैदिक मंत्रोच्चार और ”जय श्री राम” के नारों की गूंज के बीच भगवा ध्वज फहराया। इस अनुष्ठान के साथ ही मंदिर का निर्माण औपचारिक रूप से पूरा हो गया। प्रधानमंत्री मोदी ने मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर भगवान श्रीराम और मां सीता की ‘विवाह पंचमी’ के अभिजीत मुहूर्त पर तिकोने झंडे का आरोहण किया।
- श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर आज धर्म ध्वजा स्थापित कर दी गई है। इस स्थापना के बाद सीएम योगी ने कहा ध्वजारोहण नए युग की शुरुआत है।
- राम जन्मभूमि मंदिर में ऐतिहासिक ध्वजारोहण से पहले PM मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच श्री राम दरबार गर्भ गृह में दर्शन और पूजा की।

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत ने ऐतिहासिक ध्वजारोहण से पहले अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की पूजा की।
- राम जन्मभूमि मंदिर में ऐतिहासिक ध्वजारोहण से पहले शेषावतार मंदिर में पीएम मोदी ने पूजा-अर्चना की
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चंपत राय ने बताया अयोध्या स्थित राम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वजा फहराने का कार्यक्रम पूर्वाह्न 11.50 बजे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत की मौजूदगी में संपन्न होगा। राय ने कहा कि यह ध्वज भगवा रंग का होगा, 10 फुट चौड़ा और 20 फुट लंबा तथा तिकोना होगा। उन्होंने कहा कि इस पर ‘सूर्य’, ‘ओम’ और कोविदार वृक्ष के चिह्न बने होंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “यह रंग आग और उगते सूर्य को दिखाता है – जो त्याग और समर्पण का प्रतीक है।
पूरी दुनिया को इसे अपने टेलीविज़न और मोबाइल स्क्रीन पर देखने का मौका मिलेगा।” राय ने कहा कि ध्वजा फहराने की रस्म पूर्वाह्न 11.50 बजे के बाद प्रधानमंत्री मोदी, आरएसएस प्रमुख भागवत तथा स्वामी गोविंद देव गिरि की मौजूदगी में संपन्न होगी। उन्होंने बताया कि समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। अपर जिलाधिकारी अमित भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री का काफिला रामपथ पर एक छोटा रोडशो करने के बाद जगद्गुरु आदि शंकराचार्य द्वार से मंदिर परिसर में प्रवेश करेगा।

मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक, मोदी सबसे पहले राम जन्मभूमि परिसर के अंदर सप्त ऋषि मंदिर में दर्शन करेंगे, उसके बाद शेषावतार मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, रामलला मंदिर में और राम दरबार जाएंगे। फिर वह दर्शन और पूजा करने के बाद ध्वजा फहराने की रस्म में हिस्सा लेंगे। उसने कहा कि मुहूर्त के अनुसार 11.58 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच मंदिर के शिखर पर ध्वज फहराया जाएगा, जिसके बाद प्रधानमंत्री लोगों को संबोधित कर सकते हैं।
