18 सितंबर 2025 : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग को बड़ी सफलता मिली है। बैंकॉक से लौटे 2 यात्रियों के पास से करीब 2.5 किलो हाइड्रोपोनिक गांजा (मैरिजुआना) पकड़ा गया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग 2.49 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
कैसे पकड़ी गई तस्करी की कोशिश?
कस्टम विभाग को पहले से गुप्त सूचना मिली थी कि बैंकॉक से आने वाली फ्लाइट में कुछ यात्री नशीला पदार्थ लेकर आ सकते हैं। इसके बाद एयर इंडिया की एक फ्लाइट से आने वाले यात्रियों पर विशेष नजर रखी गई। जैसे ही फ्लाइट लखनऊ पहुंची, कस्टम अधिकारियों की टीम ने 2 यात्रियों को संदिग्ध पाते हुए रोका और उनके बैग की स्कैनिंग की गई। स्कैनिंग में उनके ट्रॉली बैग में प्लास्टिक कवर में लिपटे 8 पैकेट मिले, जिन पर हरे रंग के फूल बने थे।
क्या निकला पैकेट में?
जांच करने पर पता चला कि इन पैकेट्स में हाइड्रोपोनिक गांजा (Hydroponic Marijuana/Weed) भरा हुआ था। कुल वजन 2.493 किलोग्राम पाया गया। ये एक खास तरह की ड्रग होती है, जिसे बिना मिट्टी के सिर्फ पानी और पोषक तत्वों से उगाया जाता है। इसकी कीमत बाजार में करीब 2 करोड़ 49 लाख 30 हजार रुपए बताई जा रही है।
क्या हुई कार्रवाई?
बरामद गांजा को NDPS एक्ट 1985 की धारा 43 के तहत जब्त कर लिया गया। दोनों यात्रियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अब दोनों से पूछताछ जारी है।
कौन हैं आरोपी?
एक आरोपी मुम्बई का रहने वाला है। दूसरा आरोपी उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले का निवासी है। जांच में सामने आया कि बाराबंकी के आरोपी के बैग से ही गांजा मिला। उसने पूछताछ में बताया कि यह बैग उसे बैंकॉक एयरपोर्ट पर एक शख्स अबीद मेमन ने दिया था। अबीद मेमन की पहचान भी मुम्बई के तस्कर के रूप में हुई है।
