पुणे 18 अगस्त 2025 : पुणे जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी ताकत बढ़ाने के लिए लगातार अन्य दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करने का अभियान छेड़ा हुआ है। भोर-वेल्हा-मुळशी के पूर्व विधायक संग्राम थोपटे, इंदापुर के प्रवीण माने और पुरंदर के पूर्व विधायक व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे संजय जगताप को भाजपा पहले ही अपने साथ जोड़ चुकी है। अब भाजपा ने अपना ध्यान जुन्नर की ओर केंद्रित किया है।
विघ्नहर सहकारी शुगर फैक्ट्री के अध्यक्ष और 2024 विधानसभा चुनाव में शरद पवार गुट (राष्ट्रवादी कांग्रेस) के उम्मीदवार रहे सत्यशील शेरकर के घर तीन दिन पहले जलसंपदा मंत्री व भाजपा नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल पहुंचे और बंद दरवाजे के भीतर लंबी चर्चा हुई। इस मुलाकात ने जुन्नर तालुका की राजनीति में नया ट्विस्ट ला दिया है। अब यह चर्चा गर्म है कि क्या सत्यशील शेरकर शरद पवार का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल होंगे?
सत्यशील शेरकर ने 2024 विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार की राष्ट्रवादी में प्रवेश किया था, लेकिन वे मूल रूप से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं। विखे पाटिल और शेरकर के बीच पुराने पारिवारिक संबंध भी हैं। बताया जा रहा है कि इसी नाते विखे पाटिल ने शेरकर को भाजपा में आने का निमंत्रण दिया है।
चुनाव हारने के बाद से सत्यशील शेरकर शरद पवार गुट की किसी भी बैठक या कार्यक्रम में सक्रिय नहीं दिखे। कुछ दिनों पहले उन्होंने यह तक कहा था कि पार्टी के ही कुछ नेताओं ने उन्हें टिकट न मिलने देने की कोशिश की थी। इससे उनकी नाराजगी की चर्चा तेज हो गई थी। अब भाजपा इसी असंतोष का फायदा उठाकर उन्हें अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है।
इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया देते हुए सत्यशील शेरकर ने कहा, “राधाकृष्ण विखे पाटिल किसानों की समृद्धि का आधार और जनहितैषी नेतृत्व हैं। वे हमारे मार्गदर्शक हैं। पाटिल साहब और उनकी पत्नी शालिनी ताई विखे पाटिल मेरे शिरोली बु। स्थित निवास पर सदिच्छा मुलाकात के लिए आए थे। इस दौरान किसान भाइयों की पानी समस्या, कुकड़ी परियोजना, सामाजिक-राजनीतिक विषयों और शुगर इंडस्ट्री पर चर्चा हुई, साथ ही पारिवारिक संवाद भी हुआ।”
