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सांसद औजला की CM मान को नसीहत, कहा ‘नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स पर ध्यान दें’

 11 अगस्त 2024 : पंजाब में बंद होने की कगार पर पहुंचे नेशनल हाईवे प्रोजेक्टों पर नितिन गडकरी की ओर से मुख्यमंत्री को लिखी चिट्ठी पर कड़ा संज्ञान लेते हुए सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि राज्य सरकार को चाहिए कि सारे अन्य गैर जरूरी काम छोड़कर पहले इन प्रोजेक्टों पर ध्यान दें।

गंभीरता से नहीं दिया ध्‍यान तो होगा घेराव: सांसद

सांसद औजला ने कहा कि अगर राज्य सरकार ने गंभीरता से इस तरफ ध्यान नहीं दिया तो फिर उनका घेराव किया जाएगा। ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मंत्री नितिन गडकरी की ओर से मुख्यमंत्री भगवंत मान को चिट्ठी लिखकर चेताया गया है कि अगर पंजाब में प्रोजेक्टों पर काम सुचारू रूप से नहीं हुआ और जमीन को एक्वायर करके नहीं दिया गया तो फिर प्रोजेक्टों को टर्मिनेट कर दिया जाएगा।

3263 करोड़ के प्रोजेक्ट पहले ही हो चुके बंद: औजला

नेशनल हाईवे अथॉरिटी की ओर से 104 किलोमीटर के 3263 करोड़ के प्रोजेक्ट पहले ही बंद कर दिए गए हैं। उसके बाद अब 293 किलोमीटर के 14200 करोड़ के अन्य प्रोजेक्ट भी बंद करने की चेतावनी दी गई है। इनमें खास तौर पर दिल्ली-अमृतसर-कटड़ा हाईवे शामिल है। लिखी गई चिट्ठी में जालंधर और लुधियाना में प्रोजेक्ट वर्कर्स के साथ हुई घटनाओं का जिक्र है।

एक्सप्रेस वे से सबसे ज्यादा अमृतसर को मिलेगा फायदा: औजला

सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि अमृसर बॉर्डर एरिया है और एक्सप्रेस वे से सबसे ज्यादा अमृतसर को ही फायदा मिलना है। अगर यह प्रोजेक्ट बंद हो जाते हैं तो नुकसान की भरपाई मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि भगवंत मान ने 15 जुलाई की बैठक के बाद भी कहा था कि वह अब इन प्रोजेक्टों को अपने हाथ में ले रहे हैं और खुद पूरा करवाएंगे लेकिन उसके बाद भी ढाक के तीन पात जैसा हो गया है। उन्होंने कहा कि दो साल से सरकार के पास इन प्रोजेक्टों को पूरा करने के लिए पैसे पड़े हैं।

प्रोजेक्‍ट पूरे होने पर बढ़ेगा टूरिस्‍ट और व्यापार: सांसद औजला

सरकार को सिर्फ जमीन एक्वायर करके देनी है जिसके लिए भी उन्हें सर्विस चार्ज मिलने हैं लेकिन फिर भी सरकार खामोश है। सांसद ने कहा कि अमृतसर में इस प्रोजेक्ट के जरिए विकास की उम्मीद है। रोजाना लाखों श्रद्धालु अमृतसर आते हैं टूरिस्ट और व्यापार बढ़ेगा। औजला ने कहा कि अमृतसर के जितने भी विधायक हैं उन्हें आवाज उठानी चाहिए। उन्हें लोगों ने चुना था कि उनकी आवाज उठाएंगे लेकिन वो भी बिल्कुल खामोश बैठे हैं।

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