13 जून जालंधर : पंजाब में एक बार फिर से चुनावी घमासान होने जा रहा है। चुनाव आयोग ने जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट के उप-चुनाव 10 जुलाई को करवाने का ऐलान कर दिया है। चुनावी नतीजा 13 जुलाई को घोषित किया जाएगा। जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट विधायक शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी। अब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक तरफ जालंधर वेस्ट उप-चुनाव को लेकर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं और दूसरी ओर कांग्रेस और भाजपा भी उप-चुनाव के लिए अगले कुछ दिनों में डटती हुई दिखाई देंगी।
जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट के उप-चुनाव का नोटिफिकेशन जारी होते ही मुख्यमंत्री भगवंत मान, उनके मंत्रिमंडल के साथी, सभी विधायक तथा चेयरमैन जालंधर में डेरा डाल लेंगे। सभी सियासी पार्टियों ने जालंधर वेस्ट के लिए अपने उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है और अगले कुछ दिनों में उम्मीदवारों का ऐलान भी कर दिया जाएगा। उम्मीदवारों की घोषणा होते ही सभी नेताओं की ड्यूटियां जालंधर वेस्ट में लग जाएंगी।
जालंधर वेस्ट विधानसभा सीट सभी सियासी दलों के लिए महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री भगवंत मान जहां एक तरफ जालंधर वेस्ट सीट को जीत कर लोकसभा सीट में मिली हार के बाद पार्टी वालंटियर्स व नेताओं का मनोबल ऊंचा करना चाहेंगी तो दूसरी ओर कांग्रेस की कोशिश होगी कि वह उप-चुनाव को जीते ताकि उसका दबदबा प्रदेश की राजनीति में बना रहे।
दूसरी ओर भाजपा भी उप-चुनाव जीतना चाहेगी। लोकसभा चुनावी आंकड़ों पर अगर नजर डाली जाए तो जालंधर वेस्ट में कांग्रेस को लगभग 2000 मतों की बढ़त हासिल हुई थी। दूसरे स्थान पर भाजपा रही और तीसरा स्थान आम आदमी पार्टी को रहा था। इन आंकड़ों को बदलने की मुख्यमंत्री की पूरी कोशिश रहेगी। सत्ता में आने के बाद भगवंत मान सरकार को तीसरे उप-चुनाव का सामना करना पड़ेगा।