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सर्दियों की छुट्टियां रजाई में नहीं बिताने का समय, विद्यार्थियों के लिए बड़ा ऐलान

लुधियाना 18 दिसंबर 2025 : कड़ाके की ठंड और घनी धुंध के बीच पंजाब के सरकारी स्कूलों के छात्रों की सर्दियों की छुट्टियां अब केवल रजाई में दुबककर नहीं बीतेंगी, बल्कि इस दौरान छात्र अपनी छिपी हुई प्रतिभा को भी निखारेंगे। स्टेट कौंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एस.सी.ई.आर.टी.) पंजाब ने शिक्षा के क्षेत्र में एक विशेष कदम उठाते हुए राज्य के 356 पी.एम. श्री स्कूलों में ‘ऑनलाइन विंटर कैंप’ आयोजित करने का ऐलान किया है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि बच्चों की सेहत सबसे ऊपर है, इसलिए उन्हें स्कूल बुलाने के बजाय घर पर ही सुरक्षित माहौल में यह कैंप करवाया जाएगा।

घर बैठे जूम पर मिलेंगे गुरुजी, 100 रुपए प्रति छात्र का बजट

इस विंटर कैंप का खाका बेहद रोचक तरीके से तैयार किया गया है। छठी से 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य किताबी ज्ञान से परे हटकर बच्चों में रचनात्मकता, समग्र विकास और अनुभव आधारित शिक्षण को बढ़ावा देना है। केंद्र सरकार ने इस पहल को मजबूती देने के लिए पी.ए.बी. के तहत प्रति छात्र 100 रुपए का फंड भी मंजूर किया है। कैंप के दौरान शिक्षक और छात्र जूम एप के माध्यम से जुड़ेंगे। शिक्षक बच्चों को ऑनलाइन गाइड करेंगे,और छात्र घर पर उपलब्ध संसाधनों से ही प्रोजैक्ट तैयार करेंगे।

गतिविधियों के लिए क्यू.आर. कोड और वर्कशीट्स

विभाग ने हाईटैक तरीका अपनाते हुए कैंप की सुझाई गई गतिविधियों की सूची एक क्यू.आर. कोड के जरिए सांझा की है। इसके अलावा, शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे ‘एकैडमिक एनरिचमैंट’ के तहत अपने स्तर पर भी वर्कशीट्स तैयार करें और छात्रों को उनके प्रिंटआऊंट उपलब्ध कराएं। इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी के लिए जिला शिक्षा अधिकारी अपने जिले के स्कूल मुखियों के साथ बैठकें करेंगे। वहीं, स्कूल स्तर पर एक विशेष संचालन समिति बनेगी जिसमें स्कूल प्रिंसीपल, 3 वरिष्ठ लैक्चरर/शिक्षक और एस.एम.सी. के चेयरमैन या सदस्य शामिल होंगे। सामान की खरीद या अन्य खर्च इसी समिति की देखरेख में होंगे।

छुट्टियों के बाद लगेगा ‘हुनर का मेला’

इस कैंप का सबसे रोमांचक हिस्सा स्कूल खुलने के बाद देखने को मिलेगा। सर्दियों की छुट्टियां खत्म होते ही स्कूलों में 7 दिवसीय भव्य प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। इसमें छठी से 12वीं कक्षा तक के छात्र हर दिन एक अलग विषय पर अपने प्रोजैक्ट्स प्रदर्शित करेंगे। यह एक तरह से ‘हुनर का मेला’ होगा जहां मुख्य कार्यालय की टीमें, जिला शिक्षा अधिकारी, बी.एन.ओ. और ए.एस.जी. ग्रुप के सदस्य विशेष रूप से दौरा करेंगे। ये अधिकारी न केवल प्रदर्शनी का जायजा लेंगे, बल्कि नन्हे वैज्ञानिकों और कलाकारों का हौसला भी बढ़ाएंगे।

31 जनवरी तक देनी होगी रिपोर्ट

विभाग ने इस आयोजन को लेकर बेहद गंभीरता दिखाई है। सभी स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे विंटर कैंप की विस्तृत रिपोर्ट और बेहतरीन तस्वीरों को संकलित करें। स्कूल प्रिं. और जिला शिक्षा अधिकारियों को यह पूरा रिकॉर्ड 31 जनवरी 2026 तक एस.सी.ई.आर.टी. की ई-मेल आई.डी. पर भेजना होगा। साथ ही, खर्च का पूरा ब्यौरा और उपयोगिता प्रमाण पत्र प्रबंध पोर्टल पर अपडेट करना अनिवार्य होगा, ताकि पारदर्शिता बनी रहे।

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