मुंबई 19 नवंबर 2025 : राज्य में तेंदुओं द्वारा मनुष्यों पर बढ़ते हमलों को देखते हुए इसे राज्य आपदा घोषित करने का प्रस्ताव अगली मंत्रिमंडल बैठक में पेश किया जाए, ऐसे निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को दिए।
मंत्रालय में हुई बैठक में मुख्यमंत्री फडणवीस के साथ उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, वन मंत्री गणेश नाइक, जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन, मुख्य सचिव राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
✔ तत्काल और दीर्घकालीन उपायों के निर्देश
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि तेंदुओं के हमले लगातार बढ़ रहे हैं, इसलिए दो स्तरों पर कार्रवाई की जाए—
1. तत्काल उपाय:
- गांवों व शहरों के आसपास घूम रहे तेंदुओं को खोजकर तुरंत पकड़ा जाए।
- ड्रोन की मदद ली जाए।
- पिंजरे, वाहन, और आवश्यक स्टाफ जैसे संसाधनों के लिए जिला नियोजन समिति से निधि उपलब्ध कराई जाए।
2. दीर्घकालीन उपाय:
- तेंदुओं की नसबंदी की जाए।
- पुणे जिले में नरभक्षी तेंदुओं को रखने के लिए दो बचाव केंद्र स्थापित करने हेतु जमीन व आराखड़े तैयार किए जाएं।
- गोरेवाड़ा सहित मौजूदा बचाव केंद्रों की क्षमता बढ़ाई जाए।
✔ तेंदुओं को शेड्यूल-1 से शेड्यूल-2 में लाने का प्रस्ताव
तेंदुए अभी वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के शेड्यूल-1 में आते हैं, जिससे उन्हें पकड़ने या मारने पर सख्त प्रतिबंध है।
मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजकर तेंदुओं को शेड्यूल-2 में शामिल किया जाए, जिससे उन्हें पकड़ने की प्रक्रिया आसान हो सके।
✔ उपमुख्यमंत्री शिंदे के निर्देश
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि तेंदुओं की बढ़ती घटनाओं से जनता में रोष है।
- आबादी वाले क्षेत्रों के आसपास दिखने वाले तेंदुओं को ड्रोन के जरिए खोजकर तुरंत पकड़ा जाए।
- आवश्यक मनुष्यबळ बढ़ाया जाए।
- यदि कोई तेंदुआ नगरीय क्षेत्र में आ जाए तो उसे नरभक्षी मानकर पकड़ा जाए।
✔ शेड्यूल बदलने पर क्या बदलाव होगा?
- शेड्यूल-2 में आने से तेंदुओं को पकड़ने की अनुमति देना सरल हो जाएगा।
- हालांकि, दोनों शेड्यूल में शिकार या व्यापार करना अभी भी अपराध रहेगा।
- शेड्यूल-2 में संरक्षण का स्तर थोड़ा कम होगा, लेकिन फिर भी तेंदुए को देखकर तुरंत गोली मारने की अनुमति नहीं होगी, यह स्पष्ट किया गया है।
