वैशाली 11 फरवरी 2025 :- बिहार सरकार इन दिनों पर्यटन के क्षेत्र में अधिक ध्यान दे रही है. इसी कड़ी में अब सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर का कॉरिडोर बनाया जाएगा. यह कॉरिडोर बाबा काशी विश्वनाथ धाम की तरह होगा. इसके लिए कंसल्टेंट चुनने की मंजूरी मिल गई है. इस तरह काशी विश्वनाथ धाम की तरह अब बाबा हरिहरनाथ मंदिर का भी नजारा देखने को मिल सकेगा. एचसीपी डिजाइन प्लैनिंग एंड मैनेजमेंट अहमदाबाद का इस काम के लिए चयन किया गया है. मंदिर में पर्यटकों की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण से मंदिर परिक्षेत्र को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित करने का निर्णय लिया गया है.
आपको बता दें, कि सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर में सिर्फ बिहार ही नहीं देश और विदेश के पर्यटक भी जलाभिषेक करने आते हैं. सावन महीने में बाबा हरिहर नाथ मंदिर में 5 लाख से अधिक लोग जलाभिषेक करते हैं. ऐसे में बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर की तरह जब कॉरिडोर बनेगा उसके बाद यहां पर्यटकों की संख्या और बढ़ने लगेगी. आने वाले समय में यहां पर रोजगार के रास्ते अधिक हो जाएंगे. यहां दुनिया का इकलौता शिवलिंग है जिसमें महादेव और भगवान विष्णु दोनों एक साथ हैं. एक ही शिवलिंग में भगवान शिव और भगवान विष्णु दोनों को स्थापित किया गया. आपको बता दें, कि भक्तों की सहमति से इस मंदिर का नाम हरिहर नाथ पड़ा. हरि का मतलब विष्णु और हर का मतलब महादेव है. और तब से ही यह मंदिर वैष्णव और शैव दोनों संप्रदायों के लिए खास है. गंगा और गंडक नदी भी यहां स्थित है.
पुजारी क्या कहा
हरिहरनाथ मंदिर के पुजारी बम बम बाबा ने बताया कि यह मंदिर काफी पुराना है. काशी विश्वनाथ के तौर पर जब कॉरिडोर बन जाएगा तब यह मंदिर और भी अद्भुत लगेगा और अभी से ज्यादा पर्यटक उसके बाद यहां आएंगे. सावन महीने में काफी भक्तों की भीड़ होती है. इस मंदिर में देश ही नहीं विदेश से भी पर्यटक पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं. कॉरिडोर बनने के बाद रोजगार क्षेत्र में भी विकास होगा.
