मुंबई 21 नवंबर 2025 : “बाबा ने मुझे मारा, ऐसा कहकर कोई दिल्ली चला गया,” इसी तरह के शब्दों में उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के दिल्ली दौरे पर निशाना साधा। उन्होंने यह भी कहा कि अगर अच्छे शिक्षकों से शिक्षा मिली होती, तो आज ऐसी लाचारी नहीं दिखानी पड़ती।
मुंबई शिक्षक विधायक ज.मो. अभ्यंकर के स्थानीय विकास निधि से बनाए गए डिजिटल स्मार्ट बोर्ड के उद्घाटन कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने शिंदे के दिल्ली दौरे को लेकर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि विरोधी दल के MLA या MP हों तो उनकी नकेल कसी जाती है, यह हम पढ़ते रहते हैं। अब तो हालत यह है कि वे आपस में ही एक-दूसरे को दबाने लगे हैं। आज आपने अखबार में पढ़ा होगा कि कोई दिल्ली गया था यह कहते हुए कि “बाबा मुझे मारते हैं।” यह लाचारी क्यों और किसलिए?
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि अगर उन्हें उम्र के समय उचित शिक्षा मिली होती तो आज यह स्थिति नहीं आती। घर से अच्छे संस्कार मिलने चाहिए। संस्कारों से ही सब सीख मिलता है। पिता घोटाला करेगा तो बेटा उससे भी बड़ा घोटाला करेगा—ऐसा कहते हुए उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर भी तंज कसा।
“बाप कौन है, यही समझ नहीं आता”
मुंबई और अन्य महानगरपालिकाओं में कई वर्षों से चुनाव नहीं हुए। इस पर भी ठाकरे ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा—“पिछले 3-4 वर्षों से महानगरपालिका में यह तक पता नहीं चलता कि ‘बाप कौन है।’ इन्हें सिर्फ पार्टी तोड़नी है, विधायक तोड़ने हैं। आम जनता की ओर किसी का ध्यान ही नहीं है।”
अपने भाषण के दौरान उन्होंने सभी विधायकों से अपील की कि MLA फंड का उपयोग केवल शिक्षा से जुड़ी जरूरतों पर ही किया जाए।
