29 जुलाई 2025 : पुणे में आने वाले दिनों में स्थानीय स्वराज्य संस्था चुनावों की घोषणा होने की संभावना है। इसे देखते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों ने कमर कस ली है। खासकर राष्ट्रवादी कांग्रेस के दोनों गुट—एक शरद पवार गुट और दूसरा अजित पवार गुट—ने पुणे महानगरपालिका पर कब्जा जमाने की रणनीति तेज कर दी है।
इसी सिलसिले में पुणे में राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) की एक बैठक आयोजित की गई, जिसकी अगुवाई सांसद सुप्रिया सुळे ने की। इस बैठक में उन्होंने कार्यकर्ताओं को टारगेट दिया कि महानगरपालिका चुनाव में अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस से अधिक नगरसेवक चुने जाने चाहिएं।
बीते कुछ समय से दोनों गुटों के एक होने की चर्चाएं चल रही थीं, लेकिन सुप्रिया सुळे ने इस बैठक में साफ कर दिया कि आगामी चुनाव में दोनों गुट अलग-अलग लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “हमें उनके (अजित पवार) गुट से एक कदम आगे रहना है।”
इस बैठक में शहराध्यक्ष प्रशांत जगताप, विधायक बापूसाहेब पठारे, पूर्व सांसद वंदना चव्हाण, पूर्व विधायक जयदेवराव गायकवाड समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे। सुळे ने यह भी कहा कि यदि शिवसेना (उद्धव गुट) मनसे के साथ मिलकर चुनाव लड़ती है, तो संभव है कि कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ना पड़े।
इसके साथ ही उन्होंने 2029 से पहले होने वाले संभावित परिसीमन और “वन नेशन, वन इलेक्शन” योजना के चलते 2028 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ होने की संभावना का भी ज़िक्र किया।
मुख्य बातें:
- सुप्रिया सुळे ने कार्यकर्ताओं को ज्यादा नगरसेवक जीताने का टारगेट दिया
- दोनों राष्ट्रवादी गुट चुनाव में आमने-सामने होंगे
- 2028 में लोकसभा-विधानसभा चुनाव एकसाथ होने की संभावना
- आने वाले दिनों में चुनावी अधिसूचना जारी हो सकती है
