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Teachers के लिए सख्त फरमान, जानें पूरी खबर

 चंडीगढ़ 21 जनवरी 2025 : गत 10 जनवरी को 68 नवनियुक्त नर्सरी अध्यापकों को यू.टी. प्रशासक  और पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कॉटाकरिया द्वारा नियुक्ति पत्र दिए गए थे। इसके बाद अब जल्द ही स्कूलों में बच्चों की तरह शिक्षकों के लिए भी ड्रेस कोड लागू करने की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए चंडीगढ़ शिक्षा विभाग की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। उल्लेखनीय है कि ड्रेस कोड लागू करने के लिए एक समिति गठित की जा रही है।

शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए इस प्रस्ताव के अनुसार, पुरुष शिक्षकों के लिए यूनिफॉर्म पैंट और शर्ट हो सकती है, जबकि महिला शिक्षकों के लिए साड़ी या साधारण सूट-सलवार निर्धारित किया जा सकता है। इसके अलावा स्कूल में महिला अध्यापकों को लैगिंगया जींस पहनने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। विभाग ने एन. टी.टी., पी.जी.टी, जे. बी. टी., टी. जी.टी. और स्पेशल एजुकेटर के लिए अलग-अलग ड्रेस कोड निर्धारित किए जा सकते हैं।


चंडीगढ़ में करीब 6 हजार शिक्षक हैं।
यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इन्फॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन प्लस 2023-24 की रिपोर्ट के अनुसार, चंडीगढ़ में करीब 6,000 शिक्षक हैं, जिनमें से 81 प्रतिशत महिलाएं हैं। अध्यापकों को ड्रैस दी जाती है तथा केडर के सरकारी और गैर-सरकारी स्कूलों के 37 प्रधानाचार्य और 45 प्रधानाध्यापक शामिल हैं। जिन्हें सप्ताह में 5 से 6 दिन के लिए ड्रेस मिलेंगे। इसके अतिरिक्त एन. टी.टी., पी.जी.टी, जे. बी. टी., टी. जी.टी. और स्पेशल एजुकेटर के आई.टी, कंप्यूटर शिक्षक स्टाफ, कलैरिकल स्टाफ, तकनीकी स्टाफ और स्कूल चपड़ासियों को ड्रेस कोड में वर्दी प्रदान की जा सकती है।

सवाल यह है कि शिक्षा विभाग कमेटी द्वारा यह प्रस्ताव रखा गया है, इसके लिए कितना बजट तय होना है और यह ड्रेस कोड कब तक लागू होगा, इसके लिए अभी कोई तिथि तय नहीं की गई है। भारतीय संस्कृति और धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार, लोग दिन के अनुसार अपने कपड़ों का रंग चुनते हैं, इसलिए यह निर्धारित करना कठिन हो सकता है कि शिक्षा बोर्ड शिक्षकों के कपड़ों के रंग की शर्त को पूरा करता है या नहीं।

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