30 नवंबर 2025: नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं। दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) ने दोनों के खिलाफ एक नई FIR दर्ज की है। इस FIR में सिर्फ सोनिया और राहुल गांधी ही नहीं, बल्कि 6 और लोगों और कंपनियों के नाम भी शामिल हैं।
FIR किस मामले में दर्ज हुई?
यह FIR एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) को कथित तौर पर धोखे से खरीदने और क्रिमिनल साजिश रचने के आरोप पर आधारित है। AJL एक समय कांग्रेस की कंपनी थी और इसके पास लगभग 2,000 करोड़ रुपये की संपत्तियां थीं। कथित आरोप यह है कि इस कंपनी को कांग्रेस से ‘यंग इंडियन’ (Young Indian) नाम की कंपनी के जरिए खरीदा गया। यंग इंडियन में 76% हिस्सेदारी गांधी परिवार की बताई जाती है।
और कौन-कौन FIR में नामजद हैं?
सोनिया और राहुल गांधी के अलावा FIR में इन नामों का भी ज़िक्र है:
- सैम पित्रोदा, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष
- तीन कंपनियां:
- AJL (एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड)
- यंग इंडियन
- डोटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड, जिसके बारे में दावा है कि यह कोलकाता की एक शेल कंपनी है
डोटेक्स पर आरोप है कि उसने यंग इंडियन को 1 करोड़ रुपये दिए, जिससे यंग इंडियन ने कांग्रेस को 50 लाख रुपये देकर AJL को खरीदने के लिए कहा, जिसकी संपत्ति 2,000 करोड़ रुपये की बताई जाती है।
कांग्रेस का क्या कहना है?
जब दिल्ली पुलिस की ओर से FIR दर्ज किए जाने पर कांग्रेस से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो पार्टी ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह केस राजनीतिक बदले की कार्रवाई है और ED–EOW जैसी एजेंसियां सरकार के दबाव में काम कर रही हैं। कांग्रेस पहले भी नेशनल हेराल्ड केस में लगे आरोपों को बिल्कुल गलत और मनगढंत बता चुकी है।
