जळगाव 01 दिसंबर 2025 : शिवसेना के विधायक चंद्रकांत पाटील की बेटी संजना पाटील ने वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से और भाजपा के केंद्रीय राज्यमंत्री रक्षा खड़से की आलोचना की है। आज प्रचार का अंतिम दिन है, लेकिन कई शहरों में नेताओं की प्रतिष्ठा पर असर देखा जा रहा है।
जळगाव जिले में सबसे रोचक मुकाबला मुक्ताईनगर को माना जा रहा है। यहां सभी का ध्यान इस पर है। एक तरफ भाजपा के केंद्रीय राज्यमंत्री रक्षा खड़से और दूसरी तरफ शिवसेना के विधायक चंद्रकांत पाटील की प्रतिष्ठा का सवाल है। मुक्ताईनगर के नगराध्यक्ष पद के लिए संजना पाटील उम्मीदवार हैं।
मीडिया से बातचीत में संजना पाटील से पूछा गया कि क्या उन्हें एकनाथ खड़से का चुनौती मिल रही है? इस पर संजना पाटील ने कहा, “खड़से 2019 में ही समाप्त हो चुके हैं।”
मुक्ताईनगर को लेकर राज्य में यह लड़ाई केवल राजनीतिक दलों की नहीं, बल्कि खड़से बनाम पाटील बन गई है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। भाजपा ने मुक्ताईनगर शहर में अपना स्वतंत्र पैनल खड़ा किया है, जबकि विधायक चंद्रकांत पाटील ने शिवसेना का स्वतंत्र पैनल उतारा है। इसलिए यह चुनाव बेहद रोमांचक माना जा रहा है।
संजना पाटील ने कहा, “मैंने राजनीति में आने का निर्णय नहीं लिया था। मुझे यह उम्मीदवार बनाया गया। कई उम्मीदवार थे, लेकिन मुक्ताईनगर के लोगों की इच्छा थी कि संजना ताई को उम्मीदवार बनाया जाए। इसलिए मैंने नगराध्यक्ष पद का आवेदन भरा और आज मैं शिंदे गुट की अधिकृत उम्मीदवार हूं।”
संजना पाटील ने आगे कहा, “खड़से का बहुत कुछ हुआ, लेकिन वह 2019 में समाप्त हो गया। अब जो है, हम उस पर काम कर रहे हैं। सामने वाले कितनी भी चुनौती दें, हम विकास के मुद्दों पर बात करेंगे।” उन्होंने यह भी कहा, “नगराध्यक्ष पद जीतने के बाद मुक्ताईनगर का विकास करना हमारा उद्देश्य है। हम एक साल में मुक्ताईनगर का कायापालट कर दिखाएंगे।”
सवाल पर कि रक्षा खड़से ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर प्रश्न उठाया, संजना पाटील ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि मुक्ताईनगर में महिलाएं असुरक्षित हैं। अगर महिलाएं सुरक्षित नहीं होतीं, तो वे खुलकर बाहर नहीं निकलतीं। महिला सुरक्षा के मुद्दे पर हम अधिक बात करते हैं। हमें मुक्ताईनगर में उत्कृष्ट शिक्षा चाहिए, इसके लिए हम कड़ी मेहनत करेंगे।”
संजना पाटील ने घरानेवाद के आरोप पर कहा, “यह आरोप हमेशा से हैं, नया नहीं है। हम घरानेवाद नहीं कर रहे हैं। हम जनता की समस्याओं और उम्मीदों को पूरा करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। विकास के मुद्दों पर हम विजयी होंगे।
