बीड 25 अक्टूबर 2025 : सातारा जिले के फलटण स्थित उपजिला अस्पताल में डॉक्टर तरूणी की आत्महत्या ने हड़कंप मचा दिया है। आत्महत्या से पहले पीड़िता तरूणी ने अपने हाथ पर दो व्यक्तियों के नाम लिखे थे—प्रकाश बनकर और पुलिस उपनिरीक्षक गोपाल बदने। तरूणी का प्रकाश के साथ बातचीत हो चुकी थी, जिसके बाद पुलिस ने उसे पुणे से गिरफ्तार किया है। इससे इस मामले में और विस्तार से जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
इस प्रकरण पर विधायक सुरेश धस ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बीड जिले के वडवणी के डॉक्टर परिवार की लड़की को केवल तीन एकड़ जमीन पर पढ़ाई कर डॉक्टर बनाया। तरूणी की आत्महत्या में सुसाइड नोट और हाथ पर लिखे गए नामों के आधार पर प्रकाश बनकर और संबंधित पुलिस उपनिरीक्षक आरोपी होने चाहिए। साथ ही, उपजिला अस्पताल के उन सभी अधिकारियों को भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए जिन्होंने पीड़िता की शिकायत की अनदेखी की।
सुरेश धस ने कहा कि इस मामले की स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। सभी आरोपी कानून के अनुसार दंडित होने चाहिए। फास्ट ट्रैक कोर्ट में यह मामला चलना चाहिए और एसआईटी द्वारा इसकी जांच सुनिश्चित हो। उन्होंने आगे कहा कि बीड के लोग कड़ी मेहनत कर अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं, और अगर किसी ने इसका दुरुपयोग किया है तो उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
धस ने यह भी कहा कि आगे इस तरह की कोई घटना डॉक्टरों के साथ नहीं होनी चाहिए और स्थानीय स्तर पर इसके लिए सभी आवश्यक सावधानियां उठाई जानी चाहिए। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि बीड के लोग मेहनती और बुद्धिमान हैं, और इस मामले में आरोपी सांसद और उनके पी.ए. भी जिम्मेदार ठहराए जाने चाहिए। जिन अधिकारियों ने पीड़िता की शिकायत नहीं सुनी, वे भी इस प्रकरण में दोषी हैं।
सुरेश धस ने कहा, “मैं संपदा के पक्ष में ठाम खड़ा हूं और इस मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए।”
