मोबीन खान, नासिक 16 सितंबर 2025 : “आज राज्य में किसी नेता की छवि गढ़ने के लिए 50–100 करोड़ रुपये खर्च कर विज्ञापन चलाए जा रहे हैं। लेकिन विज्ञापन देकर कोई इंसान नटवरलाल बन सकता है, लोकनेता नहीं। लोकनेता बनने के लिए जनता की मांगें समझनी होंगी और उनकी समस्याओं का समाधान करना होगा।” इसी शब्दों में राष्ट्रवादी शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार (Rohit Pawar) ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा। कुछ दिन पहले अखबारों के कई मुखपृष्ठों पर फडणवीस की तस्वीर वाले विज्ञापन छपे थे, जिस पर बोलते हुए पवार ने यह प्रतिक्रिया दी।
किसानों और मजदूरों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार गुट) की ओर से नासिक में आक्रोश मोर्चा निकाला गया। इस दौरान पवार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने नासिक के जिलाधिकारी जलज शर्मा से मुलाकात कर मांगपत्र सौंपा। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में रोहित पवार ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले किसानों की कर्जमाफी का वादा किया गया था, लेकिन अब तक कर्जमाफी नहीं हुई। किसानों की उपज का सही दाम नहीं मिल रहा और सरकार आम जनता की अनदेखी कर रही है। मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम ने कई वादे पूरे नहीं किए। ये लोग सिर्फ एक्टिंग कर रहे हैं। मराठवाड़ा, खानदेश और अहिल्यानगर के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई है, लेकिन इस सरकार से किसानों को मदद मिलने की उम्मीद नहीं है। हमने सरकार को समय दिया है, अगर सरकार ने मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो और भी बड़ा आंदोलन करेंगे।
सुप्रिया सुळे का सरकार को अल्टीमेटम
एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुळे ने भी सरकार को चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “हम किसान न्याय के लिए एकजुट हुए हैं। राज्य के सभी किसान हर जिले में कलेक्टर कार्यालय जाकर कर्जमाफी की मांग करें। अगर एक महीने के भीतर सार्वभौमिक कर्जमाफी नहीं हुई, तो देवेंद्र फडणवीस सरकार के एक भी मंत्री को घूमने नहीं देंगे।”
