31 अक्टूबर 2025 : मुंबई में गुरुवार को पवई इलाके में एक ऐसा थ्रिलर सीन देखने को मिला, जो किसी वेब सीरीज़ या फिल्म की कहानी जैसा था। 49 वर्षीय रोहित आर्य ने “डॉक्यूमेंट्री ऑडिशन” के नाम पर 17 बच्चों, दो महिलाओं और एक व्यक्ति सहित कुल 20 लोगों को बंधक बना लिया। सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर उसने बताया कि वह आत्महत्या करना चाहता था, लेकिन बाद में उसने बच्चों के अपहरण की साजिश रची।
घटना की सूचना मिलते ही पवई और आसपास के पुलिस थानों की टीमें मौके पर पहुंचीं। मुंबई पुलिस ने साहस दिखाते हुए आर.ए. स्टूडियो के बाथरूम रास्ते से अंदर घुसकर सभी बंधकों को सुरक्षित बचा लिया। इस दौरान जब रोहित पुलिस पर एयरगन से हमला करने की कोशिश कर रहा था, तभी पुलिस की गोली उसके सीने में लगी और यह ड्रामा खत्म हुआ।
जानकारी के अनुसार, रोहित आर्य “प्रोजेक्ट लेट्स चेंज (PLC)” स्वच्छता मॉनिटर प्रोजेक्ट के डायरेक्टर थे। अक्टूबर 2024 में उन्होंने पुणे में भूख हड़ताल की थी, यह दावा करते हुए कि सरकार ने उनका बकाया भुगतान नहीं किया। उस दौरान उन्हें दौरे (फिट्स) आए थे और उन्हें अस्पताल ले जाया गया था।
कोथरुड के शिवतीर्थ नगर में रहने वाले रोहित के माता-पिता के पड़ोसियों ने बताया कि उनके पिता ए.आर. हरलीकर और मां दोनों सत्तर साल से ऊपर के हैं। रोहित ने कुछ समय पहले अपना उपनाम बदलकर “आर्य” कर लिया था। उनके पिता हृदय रोगी हैं। दोनों माता-पिता घटना से पहले ही मुंबई के लिए रवाना हुए थे। पड़ोसियों के अनुसार, रोहित अपनी पत्नी और बेटे के साथ पास की एक सोसाइटी में रहता था।
