ठाणे 19 दिसंबर 2025 : महापालिका चुनाव के सामने, पूर्व और वर्तमान नगरसेवकों के इस्तीफे की प्रक्रिया के कारण शिवसेना (उबाठा) और मनसे दोनों ही पार्टियों को झटका लगा है। इसी पृष्ठभूमि में मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की भतीजी और मनसे की महासचिव शालिनी ठाकरे ने गुरुवार को कल्याण और डोंबिवली में पदाधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ रहे लोगों पर बात करने से बेहतर है कि वे पार्टी के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर ध्यान दें। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि यदि इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ता बैठक में मौजूद हैं, तो यह कहना कि पार्टी खत्म हो गई है, कितना उचित है।
शालिनी ठाकरे कौन हैं?
शालिनी ठाकरे, राज ठाकरे के चचेरे भाई और पूर्व क्रिकेटर जितेंद्र ठाकरे की पत्नी हैं। वह महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की महासचिव हैं और महाराष्ट्र नवनिर्माण चित्रपट कर्मचारी सेने की कार्याध्यक्ष भी हैं।
बुधवार को कल्याण मनसे शहराध्यक्ष कस्तुरी देसाई ने पार्टी से इस्तीफा दिया। वहीं डोंबिवली शहराध्यक्ष मंदा पाटील के स्थान पर कोमल पाटील की नियुक्ति के कारण मंदा पाटील ने नाराजगी जताई। पिछले कुछ दिनों से मनसे और शिवसेना उबाठा पार्टी में कई लोग भाजपा और शिवसेना की ओर रुख कर रहे हैं। फिर भी पार्टी के ईमानदार कार्यकर्ता चुनाव लड़ने की उम्मीद के साथ तैयारी कर रहे हैं।
सभी प्रभागों से उबाठा, मनसे, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस ने इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन लिए हैं। स्थानीय नेताओं का दावा है कि उनके पास सभी प्रभागों में उम्मीदवार हैं, लेकिन उन्होंने खुलकर यह भी माना कि वित्तीय संसाधन कम हैं। इसके अलावा, कुछ बचे हुए पदाधिकारी अंतिम चरण में पार्टी बदलने की तैयारी कर रहे हैं, जिससे कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ा है।
शालिनी ठाकरे ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे किस झंडे के तहत जाएं, यह तय करना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी से चुनाव का सामना पूरी क्षमता के साथ करने की सलाह दी। साथ ही, चुनाव के दौरान पार्टी बदलने की घटनाओं पर ज्यादा विचार करने की जरूरत नहीं है। जब तक कार्यकर्ता मौजूद हैं, पार्टी खत्म नहीं होगी, यह संदेश उन्होंने देते हुए हौसला बढ़ाने का प्रयास किया।
महाविकास आघाड़ी के सीटों के बंटवारे को लेकर भी शिवसेना (उबाठा) के वरुण सरदेसाई और मनसे के पूर्व विधायक प्रमोद उर्फ़ राजू पाटील ने चर्चा की। उन्होंने बताया कि इच्छुक उम्मीदवारों की सूची के आधार पर वरिष्ठ स्तर पर सीटों का बंटवारा किया जाएगा।
