अमृतसर 09 दिसंबर 2025 : एकतरफ जहां मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान व एफ.सी.आर. (फाइनांस कमिशनर रैवेन्यू) अनुराग वर्मा की तरफ से माल विभाग के तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों व सब-रजिस्ट्रारों के दूर-दराज इलाकों में तबादले किए गए हैं और भ्रष्टाचार करने वाले माल अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की गई हैं तो वहीं पटवार सर्किल नंगली में कुछ अलग ही मंजर देखने को मिल रहा है।
जानकारी के अनुसार नवनियुक्त डी.सी. दलविन्दरजीत सिंह की तरफ से प्रबंधकीय कारणों को मुख्य रखते हुए पिछले सप्ताह पांच पटवारियों का तबादला किया गया, जिसमें नंगली सर्किल के पटवारी अमित बहल भी शामिल था, लेकिन उक्त पटवारी ने डी.सी. के आदेशों का पालन करने के बजाय डी.सी. के आदेशों के खिलाफ ही माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी, जिस पर अदालत ने अभी तक कोई स्टे तो नहीं दिया, लेकिन सरकारी वकील की चुनावों की दलील सुनने के बाद अगली सुनवाई 18 दिसम्बर तो रख दी है। यह मामला कई वर्षों के बाद सामने आया है, क्योंकि आम आदमी पार्टी सरकार के अब तक के कार्यकाल के दौरान किसी भी माल अफसर या पटवारी ने अपने ही डी.सी. के आदेशों के खिलाफ ऐसा कदम नहीं उठाया है। फिलहाल यह मामला अब एफ.सी.आर. दफ्तर से लेकर डी.सी. दफ्तर तक बहुत ही सख्ती के साथ लिया जा रहा है।
नंगली सर्किल के सरकारी रिकार्ड को संभाल रहे थे प्राइवेट करिन्दे
नंगली पटवार सर्कल के बारे में सूचना मिली है कि उक्त पटवारी की तरफ से सरकारी आदेशों का उल्लंघन करते हुए और कानून तो ताक में रखते हुए चार से पांच प्राइवेट करिन्दे रखे हुए थे, जो लोगों को फर्द आदि देने, इंतकाल करने आदि व पटवार सर्किल से संबंधित अन्य काम संभाल रहे थे ऐसा करने की इजाजत उक्त पटवारी को न तो डी.सी. की तरफ से दी गई है और न ही किसी अन्य प्रशासनिक अधिकारी की तरफ से दी गई है। यहां तक कि विजिलैंस विभाग ने अभी तक इन प्राइवेट करिन्दों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की यह भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है। मामला विजिलेंस विभाग के पास भी पहुंच चुका है, क्योंकि प्राइवेट करिन्दे आमतौर पर लोगों की जमीनी रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ करते रहते हैं।
मिडिया टीम पहुंची तो प्राइवेट करिन्दे हुए फरार
पटवार सर्किल नंगली में प्राइवेट करिन्दों की सूचना संबंधी असलीयत देखने के लिए जब मिडिया टीम की तरफ से पटवारखाना टू स्थित पटवार सर्कल नंगली के दफ्तर में पहुंच की गई तो पटवारी अमित बहल तो कहीं नजर नहीं आया, लेकिन चार से पांच प्राइवेट करिन्दे जो कि सरकारी रिकार्ड के बहीखातों को अपने हाथों में लेकर काम कर रहे थे, वह कैमरे के सामने आकर अपना नाम बताने के बजाय मौके से भागते नजर आए, यहां तक कि सारा दफ्तर ही खाली हो गया। इन प्राइवेट करिन्दों की तस्वीरें कैमरे में कैद जरुर कर ली गई हैं जो जल्द ही विजिलैंस विभाग, डी.सी., ए.डी.सी. व अन्य अधिकारियों के समक्ष रखी जाएंगी।
पूर्व डी.सी. के कार्यकाल में 6 पटवारियों को विजिलैंस ने किया गिरफ्तार
जिला अमृतसर के पूर्व डी.सी. के कार्यकाल में प्रशासनिक प्रबंध जिसमें मुख्य रुप से पटवारियों के तबादलों संबंधी प्रबंध कितने मजबूत थे, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छह पटवारियों को विजिलैंस विभाग ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था, जिनमें से दो पटवारी पटवारखाना टू दफ्तर में ही तैनात थे। नेताओं की सिफारिशों पर किए गए तबादलों में किस प्रकार से कुछ पटवारी भ्रष्टाचार फैलाते हैं। इसका इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है और किसी प्रकार से कुछ प्रशासनिक अधिकारी रबड़ की स्टैंप की भांति नेताओं की सिफारिशों पर पटवारियों के तबादले कर देते हैं।
आप सरकार के पहले डी.सी. हरप्रीत सिंह सूदन ने किए थे मठाधीशों के तबादले
आप सरकार सत्ता में आई तो सरकार के पहले डी.सी. जो अपने मजबूत प्रशासनिक प्रबंधों व सख्त स्वभाव के लिए विख्यात थे उनकी तरफ से मठाधीश पटवारी जो कई कई वर्षों से एक ही पटवार सर्किल में तैनात थे। उनके तबादले किए गए और बार्डर एरिया में तैनात पटवारियों को बिना किसी नेता की सिफारिशों पर शहरी सर्कलों में तैनात किया गया, लेकिन सूदन के तबादले के बाद फिर से वहीं दौर शुरू हो गया।
प्राइवेट करिन्दों को सरकारी दफ्तर में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा : ए.डी.सी. (ज)
ए.डी.सी. (ज) रोहित गुप्ता ने कहा कि किसी भी सरकारी दफ्तर में प्राइवेट करिन्दे रखने की इजाजत न तो किसी पटवारी और ना ही किसी अधिकारी को दी गई है प्राइवेट करिन्दों को सरकारी दफ्तर में बर्दाशत नहीं किया जाएगा।
सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी : डी.सी.
नवनियुक्त डी.सी. दलविन्दरजीत सिंह ने कहा कि प्राइवेट करिन्दों की सूचना मिली थी जल्द ही सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सरकारी रिकार्ड के साथ प्राइवेट करिन्दों की छेड़छाड़ बर्दाशत नहीं होगी।
पटवारी ने नहीं उठाया फोन
पटवार सर्किल नंगली के पटवारी अमित बहल के साथ फोन पर संपर्क साधने का बार बार प्रयास किया गया, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया उसके दफ्तर में जाकर बात करनी चाही तो पटवारी अपनी सीट पर नहीं मिला उल्टा प्राइवेट करिन्दे जरुर मिले।
