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पुणे: बीमार बेटी का इलाज दिखा सपना, तांत्रिक ने दंपति से 14 करोड़ हड़पे

30 नवंबर 2025: आजकल लोगों में अंधविश्वास इतना बढ़ गया है कि लोग किसी भी व्यक्ति के ऊपर आंख बंद करके विश्वास कर लेते हैं और ऐसे लोग उनके विश्वास का फायदा उठाकर उनके साथ धोखा करके फरार हो जाते हैं. कुछ ऐसा ही मामला महाराष्ट्र के पुणे से सामने आया है, जहां एक तांत्रिक महिला ने गंभीर बीमारी से पीड़ित एक लड़की का इलाज करके उसे ठीक करने का लालच देकर एक दंपति को 14 करोड़ रुपये का चूना लगाया. 

बता दें कि जांच में अब तक 54 लाख रुपये जब्त किए गए हैं. आरोपियों के नाम पर 39 बैंक खातों में से 13 खातों की जानकारी सामने आई है, जिसमें 1,139 संदिग्ध लेनदेन पाए गए हैं. साथ ही, जांच में पता चला है कि इन आरोपियों ने धोखाधड़ी से हासिल किए गए सोने को निजी साहूकारों के पास गिरवी रखकर करीब 60 लाख रुपये का कर्ज लिया था. 

वेदिका की मां और भाई के खिलाफ मामला दर्ज

इस मामले में 41 साल की वेदिका कुणाल पंढरपुरकर 42 साल के कुणाल वैजनाथ पंढरपुरकर, यह दोनों महात्मा सोसाइटी के निवासी है. कोथरुड और दीपक जनार्दन खडके को गिरफ्तार किया गया है. ठगी करने और पैसे हड़पने वाली वेदिका की मां और भाई के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों ने दंपति को धोखा देकर 14 करोड़ 39 लाख 20 हजार रुपये लिए, जो उन्होंने विभिन्न स्थानों पर घुमाए. इस राशि से आरोपियों ने कुछ संपत्तियां और वाहन खरीदे हैं. इन संपत्तियों के छह से सात पंजीकरण दस्तावेज विशेष रजिस्ट्रार और महानिरीक्षक से पुलिस को मिले हैं. 

इस मामले में आरोपियों के कुल तेरह बैंक खातों की जानकारी सामने आने के बाद तीनों को गुरुवार को अदालत में पेश किया गया. आरोपियों से वाहन और लैपटॉप जब्त किए गए हैं. जांच अधिकारी पुलिस निरीक्षक संतोष खेतमाळस ने बताया कि इस बात की जांच की जा रही है कि आरोपियों ने पैसे का इस्तेमाल किन-किन कारणों से किया. आरोपियों के अपनी संपत्ति को ठिकाने लगाने की संभावना है. सरकारी वकील प्रदीप गेहलोत ने दलील दी कि आरोपियों को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेजा जाए. मूल शिकायतकर्ता की ओर से एडवोकेट विजयसिंह ठोंबरे ने दलीलें पेश कीं. अदालत ने आरोपियों को तीन दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. 

जनिए क्या है पूरा मामला?

पुणे में एक आईटी इंजीनियर को उसकी दोनों बेटियों को ठीक करने के लालच में एक ढोंगी बाबा ने 14 करोड़ रुपये का चूना लगाया. इस ढोंगी बाबा ने दावा किया कि शंकर महाराज उसके शरीर में आते हैं और वह किसी भी बीमारी को ठीक कर सकते हैं और पीड़ित दंपति को गुमराह किया. दीपक डोलस नाम के ठगे गए आईटी इंजीनियर और उनकी पत्नी एक शिक्षक हैं.

इस दंपति के करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आते ही हड़कंप मच गया है. इस दंपति ने अपनी जीवन भर की बचत और इंग्लैंड में घर, फार्म हाउस भी गंवा दिया है. इस मामले के मुख्य आरोपी का नाम दीपक खडके है और उसकी शिष्या वेदिका पंढरपुरकर ने धोखाधड़ी में उसका साथ दिया. इन दोनों ने मिलकर डोलस दंपति को आध्यात्मिक शक्तियों और उपचार के नाम पर फंसाया.

झूठ बोलकर बैंक में डलवाए पैसे

वेदिका के शरीर में शंकर महाराज आते हैं और वे जो कहेंगे, वैसा ही होना चाहिए, ऐसा दावा करते हुए दीपक डोलस को उनकी करोड़ों की संपत्ति बेचने के लिए मजबूर किया गया. खास बात यह है कि यह सारा पैसा आरटीजीएस के जरिए राजेंद्र खडके और वेदिका पंढरपुरकर के बैंक खातों में ट्रांसफर किया गया. यह सब 2018 से चल रहा था. दीपक डोलस, उनकी पत्नी और दो बेटियों को राजेंद्र खडके के दरबार में ले जाया गया. वहां वेदिका पंढरपुरकर ने अभिनय किया कि शंकर महाराज उसके शरीर में आते हैं. उसके बाद, उन्होंने कहा कि अगर आप अपनी संपत्ति रखते हैं तो आप आएंगे और बैंक के सभी पैसे और जमा वेदिका के खातों में स्थानांतरित कर दिए गए.

लेकिन फिर भी, डोलस की बेटियां ठीक नहीं हुईं, तो उन्होंने खडके और पंढरपुरकर से पूछताछ की, तो उन्होंने कहा कि आपके घर में दोष हैं. डोलस कुछ साल तक इंग्लैंड में नौकरी करते थे. इसलिए उनका इंग्लैंड में भी एक घर था और उन्होंने एक फार्महाउस खरीदा था. उन्हें इंग्लैंड में घर और फार्म हाउस बेचने के लिए कहा गया और वह पैसा पंढरपुरकर के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया. उसके बाद, डोलस को पुणे में अपना प्लॉट और फ्लैट बेचने के लिए कहा गया और वह पैसा भी हड़प लिया गया.

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