मुंबई 31 अक्टूबर 2025 : कोरेगांव भीमा हिंसा मामले में जांच आयोग ने शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे) प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को नोटिस जारी की है। यह कार्रवाई वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष एड. प्रकाश आंबेडकर की मांग के बाद की गई है।
दरअसल, प्रकाश आंबेडकर ने 1 जनवरी 2018 को हुई हिंसा के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पुणे पुलिस और कुछ हिंदुत्ववादी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने आयोग से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने की मांग की थी। इस मांग पर जवाब देने के लिए आयोग ने उद्धव ठाकरे को दो बार नोटिस भेजी थी, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला।
इसके बाद आंबेडकर ने उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी करने की मांग की। इस पर गंभीरता दिखाते हुए आयोग ने उद्धव ठाकरे को 2 दिसंबर को सुबह 11 बजे आयोग के समक्ष पेश होने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने साफ कहा है कि अगर ठाकरे नोटिस का पालन नहीं करते, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि आयोग ने पहले भी 12 सितंबर और 27 अक्टूबर को उद्धव ठाकरे को नोटिस भेजी थी, लेकिन उन्होंने या उनके वकीलों ने कोई जवाब नहीं दिया। अब आयोग के अध्यक्ष, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति जे.एन. पटेल ने नई नोटिस जारी कर उन्हें पेश होने का आदेश दिया है।
