27 अक्टूबर 2025 : इंदापुर की राजनीति में फिर आया बड़ा भूचाल। पूर्व मंत्री हर्षवर्धन पाटिल के लिए यह हफ्ता राजनीतिक रूप से बेहद झटका देने वाला साबित हो रहा है। उनके तीन सबसे करीबी सहयोगी—पूर्व नगराध्यक्ष अशोक इजगुडे, हर्षवर्धन मोटर ट्रांसपोर्ट संघ के पूर्व अध्यक्ष रघुनाथ राऊत और पूर्व नगरसेवक गोरख शिंदे—अब कृषि मंत्री दत्तात्रय भरणे के खेमे में शामिल होने जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, अगले दो दिनों में उपमुख्यमंत्री अजित पवार और कृषि मंत्री दत्तात्रय भरणे की मौजूदगी में मुंबई में इन तीनों का औपचारिक रूप से पार्टी प्रवेश होगा। इसके बाद इंदापुर की राजनीति पूरी तरह नए समीकरणों की ओर मुड़ने के संकेत मिल रहे हैं।
इन तीनों नेताओं को हर्षवर्धन पाटिल का भरोसेमंद माना जाता था और इनका स्थानीय कार्यकर्ताओं पर मजबूत पकड़ थी। अब इनके पाटिल खेमे से जाने से उनके राजनीतिक गढ़ में दरार पड़ने की संभावना जताई जा रही है। ये तीनों नेता स्थानीय चुनावों और संगठनात्मक स्तर पर पाटिल के लिए ‘फील्ड जनरल’ की भूमिका निभाते थे, इसलिए यह पलायन उनके संगठन के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
कृषि मंत्री दत्तात्रय भरणे पिछले कुछ महीनों से पाटिल गुट के असंतुष्ट नेताओं से लगातार संपर्क में थे और अब उनके राजनीतिक प्रयास सफल होते दिख रहे हैं। इस कदम से आगामी स्थानीय निकाय और विधानसभा चुनावों में समीकरण पूरी तरह बदल सकते हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इंदापुर में हर्षवर्धन पाटिल और दत्तात्रय भरणे के बीच हमेशा कड़ी टक्कर रही है, लेकिन इन तीन भरोसेमंद नेताओं के जाने से पाटिल की ताकत घटेगी और भरणे का वर्चस्व और मजबूत होगा। विश्लेषकों के अनुसार, भरणे ने यह कदम बहुत सोच-समझकर उठाया है ताकि आने वाले चुनावों में पाटिल पर निर्णायक बढ़त हासिल की जा सके।
