29 अक्टूबर 2024 (गुड़गांव ): नगर निगम द्वारा आयोजित समाधान शिविरों में लोगों को समस्याओं के समाधान के बजाय केवल धक्के खाने को मिल रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे अपनी समस्याएं लेकर अधिकारियों के पास जाते हैं, लेकिन उन्हें केवल तारीखें दी जाती हैं। मुख्य समस्याओं का समाधान करने के बजाय खानापूर्ति के लिए छोटी शिकायतों को ही हल किया जा रहा है, जबकि वास्तविक समस्याओं पर केवल कागजी कार्रवाई हो रही है।
अधिकारियों का कहना है कि समाधान शिविर में आई शिकायतों पर गंभीरता से काम किया जा रहा है, लेकिन एक जूनियर इंजीनियर (जेई) ने एक शिकायत को हल करने में लापरवाही बरती, जिसके चलते उसे नोटिस जारी किया गया है।
एक व्यक्ति ने बताया कि वे पहले दिन ही सीवर की समस्या लेकर आए थे और उन्हें समाधान के लिए तीन दिन का समय दिया गया था, लेकिन अब तक कुछ भी कार्रवाई नहीं हुई है। जब वे पुनः शिविर में आए, तो उनसे फिर से शिकायत ली गई और एक बार फिर समाधान का आश्वासन दिया गया।
कुछ लोगों ने शिकायत की कि नगर निगम के एक कर्मचारी से मिलकर वे दूसरे कर्मचारी के पास भेज दिए जाते हैं, जिससे वे परेशान हो रहे हैं। नागरिक अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली से त्रस्त हो चुके हैं और उनका कहना है कि यदि उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वे सड़क पर उतरने के लिए तैयार हैं। उन्होंने निगम अधिकारियों को चेतावनी दी है कि अगर उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो वे निगम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन भी कर सकते हैं।
