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मुंबई DRI के ‘ऑपरेशन डिजीसक्रैप’ में ई-वेस्ट तस्करी का भंडाफोड़, 23 करोड़ का माल जब्त

05 अक्टूबर 2025: मुंबई के ड्रग्स और रॉ इन्वेस्टिगेशन (DRI) ने ई-वेस्ट तस्करी के खिलाफ “ऑपरेशन डिजीसक्रैप” नाम से एक बड़ा अभियान चलाया. इस कार्रवाई में अधिकारियों ने पुराने और इस्तेमाल किए गए लैपटॉप, सीपीयू, मदरबोर्ड चिप्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान की भारी खेप जब्त की. अनुमानित कीमत करीब 23 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

जांच में पता चला कि इस तस्करी के पीछे सूरत स्थित एक फर्म का डायरेक्टर मास्टरमाइंड था. उसे गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. अधिकारी बता रहे हैं कि यह व्यक्ति पुराने और रीफर्बिश्ड इलेक्ट्रॉनिक सामान की खरीद, वित्तपोषण और आयात की योजना बनाने में पूरी तरह सक्रिय था.

कैसे छिपाकर लाया गया माल

DRI की जांच में सामने आया कि ये लैपटॉप और सीपीयू ‘एल्युमिनियम ट्रीट स्क्रैप’ के नाम पर छिपाकर भारत में लाए जा रहे थे. न्हावा शेवा पोर्ट पर जब चार कंटेनर पकड़े गए, तो इनके अंदर छिपा हुआ इलेक्ट्रॉनिक सामान मिला. इस कार्रवाई में कुल 17,760 लैपटॉप, 11,340 मिनी/बेयरबोन सीपीयू और 7,140 प्रोसेसर चिप्स समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स जब्त किए गए.

कस्टम्स एक्ट, 1962 की धारा 110 के तहत यह सामान जब्त किया गया है. सरकार की विदेश व्यापार नीति 2023, ई-वेस्ट (मैनेजमेंट) रूल्स 2022 और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी गुड्स (अनिवार्य पंजीकरण) आदेश 2021 के अनुसार पुराने और रीफर्बिश्ड इलेक्ट्रॉनिक सामान का आयात प्रतिबंधित है. इन नियमों का उल्लंघन न केवल पर्यावरण और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को भी नुकसान पहुंचाता है.

ई-वेस्ट का खतरा और घरेलू उद्योग पर असर

अधिकारी बता रहे हैं कि पुराने और इस्तेमाल किए गए इलेक्ट्रॉनिक्स के आयात से न सिर्फ कचरा बढ़ता है, बल्कि इनसे निकलने वाले खतरनाक रसायन स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदेह होते हैं. साथ ही, इस तरह की तस्करी से भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को भी बड़ा झटका लगता है, क्योंकि उनका सामान बाजार में प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाता.

DRI की सतर्कता और आगे की कार्रवाई

DRI ने कहा कि इस अभियान के जरिए उन्हें ई-वेस्ट तस्करी की नई पैठ और तरीकों का पता चला है. अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की अवैध गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है और आगे भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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