मुंबई 22 सितंबर 2025 : केंद्रीय मिठागार मंत्रालय ने अपनी ज़मीन राज्य सरकार को सौंप दी है, जिससे दहिसर से भाईंदर तक बनने वाले हाईवे के निर्माण में सबसे बड़ा अड़चन दूर हो गया है। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने जानकारी दी कि यह मार्ग अगले तीन साल में बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद नरिमन पॉइंट से मीरा-भाईंदर तक का सफर सागर किनारे से होकर केवल आधे घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
सरनाईक ने बताया कि दहिसर-भाईंदर सड़क के लिए 53.17 एकड़ जमीन की मांग राज्य सरकार पिछले चार-पांच साल से लगातार कर रही थी। आखिरकार, मंत्रालय ने यह जमीन राज्य सरकार के जरिए मीरा-भाईंदर नगर निगम को देने की मंजूरी दे दी है। इससे दहिसर से भाईंदर और आगे वसई-विरार को जोड़ने वाली सड़क का रास्ता साफ हो गया है।
मुंबई महापालिका की ओर से यह समुद्री किनारा मार्ग उत्तन तक जाएगा। वहां से 60 मीटर चौड़ी सड़क भाईंदर होकर मीरा रोड के सुभाष चंद्र बोस मैदान तक पहुंचेगी और आगे वसई-विरार से जुड़ जाएगी। इस परियोजना की निविदा पहले ही निकाली जा चुकी है और एलएंडटी कंपनी इसका निर्माण करेगी। अगले तीन साल में इस पर काम पूरा होने की उम्मीद है। इस पर आने वाला करीब 3,000 करोड़ रुपये का खर्च मुंबई महापालिका वहन करेगी।
सरनाईक ने कहा कि इस मार्ग के बनने से मीरा-भाईंदर मुंबई के और करीब आ जाएगा और जल्द ही मुंबई का उपनगर बनकर पहचान बनाएगा।
🚦 धारावी में जाम से लोग बेहाल
इधर, मुंबई के कई इलाकों में भारी ट्रैफिक जाम की समस्या बनी हुई है। धारावी क्षेत्र में पश्चिमी एक्सप्रेस हाइवे से लेकर गुरु तेगबहादुर नगर, माटुंगा जैसे इलाकों तक रोज़ बड़ी कोंडी देखने को मिलती है। यहां 60 और 90 फीट की सड़कों के अलावा छोटी गलियों में भी वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती हैं।
रहवासियों का कहना है कि अवैध पार्किंग, पैदल मार्ग की कमी और फेरीवालों की भीड़ की वजह से सड़कों पर जगह कम होती जा रही है, जिससे जाम और बढ़ता जा रहा है।
