जालंधर 02 जून 2025 : भ्रष्टाचार के आरोप में विजिलेंस द्वारा गिरफ्तार किए गए विधायक रमन अरोड़ा के खासमखास पुलिस अधिकारी का तो दूसरे जिले में तबादला सीनियर पुलिस अधिकारियों के आदेशों के चलते हो गया। इसके अलावा पुलिस कमिश्नर ने भी विधायक के कार्यकाल के दौरान काफी समय से सेंट्रल हलके में तैनात रहे एक एस.एच.ओ. का भी तबादला कर दिया, लेकिन विधायक कमाऊपुत्र एस.एच.ओ. पर कार्रवाई नहीं हुई है। इस एस.एच.ओ. को पुलिस लाइन में न भेजना महानगर में चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां तक क्यास लगाए जा रहे हैं कि विधायक रमन अरोड़ा के विजिलेंस के शिकंजे में होने के बावजूद उनके चेहते एस.एच.ओ. कई मामलों में विधायक के परिजनों और समर्थकों को फेवर कर रहे हैं।
सेंट्रल हलके के कुछ लोगों के मुताबिक विधायक के एक खास एस.एच.ओ. जोकि वर्दी तो पुलिस की पहनता है, लेकिन विधायक का ही कहना मान कर लोगों के खिलाफ झूठे केस भी दर्ज करता था। उक्त एस.एच.ओ. जोकि इस वक्त सेंट्रल हलके में तैनात नहीं है परंतु महानगर के संवेदनशील थाने में तैनात रहकर भी विधायक के निकट लोगों के अवैध काम फोन पर ही कर रहा है।
कुछ ईमानदार पुलिस जवानों की माने जाए तो उक्त एस.एच.ओ. पर शायद पुलिस कमिश्नर की नजर नहीं पड़ी है। यदि समय रहते उक्त एस.एच.ओ. को पुलिस कमिश्नर ने पुलिस लाइन का रास्ता न दिखाया तो और कई किस्से उसके सामने आ सकते हैं। ऐेसा लगता है कि विधायक का अभी तक पूरी तरह से सिंडिकेट नहीं टूटा है?
