जालंधर 10 सितंबर 2025 : आम आदमी पार्टी के जालंधर सैंट्रल हलके से विधायक रमन अरोड़ा का मंगलवार को 3 दिन का पुलिस रिमांड खत्म होने पर उसे बुधवार को थाना रामा मंडी की पुलिस द्वारा दोबारा कोर्ट में पेश किया जाएगा तथा उससे और पूछताछ करने के लिए उसका और पुलिस रिमांड भी मांगा जा सकता है क्योंकि पुलिस का कहना है कि विधायक रमन अरोड़ा पूछताछ में पुलिस को सहयोग नहीं कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक थाना जालंधर कैंट की हिरासत में रखे गए रमन अरोड़ा का गत दिन भी शाम के समय सिविल अस्पताल से रूटीन मेडिकल चैकअप करवाया गया और डाक्टरों ने कहा कि उसे किसी भी तरह की कोई तकलीफ नहीं है। ‘आप’ विधायक रमन के सरकारी पी.ए. रोहित कपूर को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया था और पुलिस अधिकारियों द्वारा उससे कई सवाल किए गए।
इसी तरह रमन अरोड़ा के ऑफिस में काम करने वाले हनी भाटिया निवासी उच्चा सुराजगंज, संदीप पाहवा निवासी मोहल्ला खोदियां थाना डिवीजन नंबर-4 जालंधर तथा सूरज निवासी मोहल्ला बशीरपुरा थाना रामा मंडी जालंधर को भी पूछताछ में शामिल किया गया। हनी भाटिया ने कहा कि वह रमन अरोड़ा के ऑफिस में पार्ट टाइम कम्प्यूटर पर काम करता था और 20 हजार रुपए उसकी सैलरी थी। उसने कहा कि वह अपने काम से मतलब रखता था। रमन अरोड़ा क्या करता था, उसे इसकी कोई जानकारी नहीं है।
इसी तरह सूरज ने कहा कि सरकारी स्कीमों के सिर्फ फार्म भरता था और बिजली बोर्ड से संबंधित लोगों के काम करवाता था। उसे महीने के 7 हजार रुपए मिलते थे। संदीप पाहवा ने कहा कि वह 4 बजे तक रमन अरोड़ा के ऑफिस में रहकर लोगों के आधार कार्ड से संबंधित फार्म भरता था। उसे भी 7 हजार रुपए प्रति महीना दिए जाते थे।
यह भी जानकारी मिली है कि पुलिस ने रामा मंडी के स्पा सैंटर के मालिक को भी पूछताछ के लिए बुलाया था जिसने साल 2023 में विधायक रमन अरोड़ा के सहयोग से थाना रामा मंडी के पूर्व एस.एच.ओ. राजेश कुमार अरोड़ा पर अढ़ाई लाख रुपए की रिश्वत के मामले में करप्शन का मामला दर्ज करवाया था लेकिन पुलिस अधिकारियों ने कहा कि स्पा सैंटर के मालिक को अभी तक पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है। यह सिर्फ झूठी अफवाह है।
जमीन पर सो रहे हैं विधायक, रोटी के साथ मिल रही है पीली दाल
शायद यह कभी किसी ने नहीं सोचा होगा कि किसी समय पूरे जिले के सिविल व पुलिस प्रशासन पर अपना पूरा दबदबा रखने वाले विधायक रमन अरोड़ा के किसी दिन यह भी दिन आएंगे, जब उन्हें पुलिस की हिरासत में रहकर जमीन पर सोना पड़ेगा और कैदियों वाला खाना रोटी के साथ पीली दाल खानी पड़ेगी। इतना ही नहीं जब से वह पुलिस रिमांड पर हैं, तब से उन्हें उनके किसी पारिवारिक मैंबर को मिलने तक भी नहीं दिया गया है। हालांकि वह काफी कोशिश कर चुके हैं लेकिन कोर्ट से उन्हें मिलने की इजाजत नहीं मिली है। विधायक रमन अरोड़ा को आगे और कितने जेल में सोना पड़ता है और जेल की रोटी खानी पड़ती है, यह तो समय ही बताएगा। इतना जरूर है कि जो आज उनके साथ हो रहा है, यह उन्होंने खुद भी कभी सोचा नहीं होगा।
