05 अक्टूबर 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज कुंभ से सीख लेकर अब नाशिक सिंहस्थ कुंभ की तैयारी को और तेज कर दिया गया है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और कुंभ की योजनाओं की जिम्मेदारी संभाल रहे गिरीश महाजन ने ABP न्यूज से बातचीत की और बताया कि सरकार ने अपने अधिकारियों को प्रयागराज भेजकर वहां की खामियों और सफलताओं का अध्ययन कराया. वहां हुई समस्याएं जैसे ट्रैफिक जाम, स्टांपिड और रेलवे स्टेशन पर भीड़ का दबाव को समझकर नाशिक में इन्हें टालने के लिए विशेष योजना बनाई जा रही है.
महाजन ने बताया कि नाशिक का कुंभ 2027 अब डेढ़ साल दूर है और इस बार 2014-15 की तुलना में 3 से 4 गुना ज्यादा भीड़ की उम्मीद है. प्रयागराज कुंभ ने जो रिकॉर्ड तोड़े थे, वही नजारा नाशिक में भी देखने को मिल सकता है.
आज मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री, समिति के मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी नाशिक पहुंचे. उन्होंने काम की प्रगति की समीक्षा की. सड़क मार्ग, पुल, घाट और एसपी प्लान समेत लगभग सभी कामों के टेंडर जारी हो चुके हैं और कुंभ शुरू होने से पहले इन्हें पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
हाई-टेक और सुरक्षित होगा कुंभ- गिरीश महाजन
इस बार का कुंभ होगा हाई-टेक और सुरक्षित. इसमें पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल होगा ताकि भीड़ प्रबंधन बेहतर हो और किसी भी हादसे की संभावना न रहे. महाजन ने आगे बताया कि 2015 के कुंभ में नाशिक ही ऐसा स्थान था जहां कोई कैजुअल्टी या स्टांपिड नहीं हुआ था.
महाजन ने कहा कि आने वाले समय में प्रयागराज कुंभ के अधिकारी भी नाशिक आएंगे, ताकि उनका अनुभव लिया जा सके और इस महाकुंभ को ऐतिहासिक व सुरक्षित बनाया जा सके.
25 हजार से ज्यादा पुलिस फोर्स की होगी तैनाती- गिरीश महाजन
सूत्रों ने बताया कि इस बार सुरक्षा के लिए करीबन 25 हजार से ज्यादा पुलिस फोर्स तैनात की जाएगी. इससे पहले के कुम्भ में जब लगभग 15 हजार पुलिस बल तैनात किया गया था उनके खाने की व्यवस्था के लिए आवंटित बजट कम पड़ गया था. इस बार ऐसा न हो इसके बारे में चर्चा हुई.
नाशिक शहर के रास्ते काफी छोटे हैं और वहां एक साथ भीड़ आ गई तो उन्हें सुनियोजित रूप से सुरक्षित शहर से बाहर निकालना इसकी तैयारी की जा रही है और इसके लिए AI की भी मदद ली जाएगी.
सूत्रों ने बताया कि कुंभ के तीन बड़े स्नान होते हैं और जिस वजह से हर कोई उसी समय पर वहां पहुंचना चाहता है, इस बार संतों से पूछकर 49 शुभ मुहूर्त को चिन्हित किया गया है और इसकी जानकारी भी बड़े स्तर पर लोगों तक पहुँचाई जाएगी ताकि लोग नहान के लिए सिर्फ तीन मुहूर्त तक सीमित ना रहें और भीड़ को विभाजित किया जा सके.
