लुधियाना 08 अक्टूबर 2025 : पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन के उच्चाधिकारियों द्वारा लगाई गई ऑब्जेक्शन के बावजूद सरकारी रिकॉर्ड के साथ हेराफेरी कर पवेलियन मॉल में बिजली के चल रहे 4000 किलोवाट कनेक्शन में गड़बड़ी करते हुए चेंज ऑफ नेम करने के मामले में थाना डिवीजन नंबर 5 की पुलिस ने पावरकॉम सिटी वेस्ट डिवीजन में तैनात कर्मचारी गगनदीप सिंह के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की गई है। सरकारी रिकॉर्ड से छेड़छाड़ करते हुए पावरकॉम विभाग की सिटी वेस्ट डिवीजन में तैनात चंद कर्मचारियों द्वारा एक सोची-समझी साजिश के तहत पवेलियन मॉल में चल रहे बिजली के बड़े कनेक्शन को उपभोक्ता से कथित लाखों रुपए की रिश्वत वसूल कर नए नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया।
विभागीय कर्मचारियों द्वारा उक्त काले कारनामे को बड़ी सफाई के साथ अंजाम दिया गया जिसकी भनक तक भी पावरकॉम विभाग के उच्चाधिकारियों को नहीं लगा पाई लेकिन मामला मीडिया में सुर्खियां बटोरने के तुरंत बाद पावरकॉम विभाग के गलियारों में हड़कंप मच गया और अधिकारियों द्वारा पवेलियन मॉल के बदले गए बिजली कनेक्शन को फिर से पुराने नाम पर ही ट्रांसफर कर दिया गया। इसका खुलासा सबसे पहले मिडिया द्वारा ही किया गया था। साजिशकर्त्ताओं द्वारा पावरकॉम विभाग के ही जे.ई. के कम्प्यूटर आई.डी. का गलत तरीके से इस्तेमाल कर उसे बलि का बकरा बनाने की खतरनाक योजना तैयार की गई थी लेकिन गनीमत रही कि सही समय पर साजिशकर्त्ताओं का भंडा फूट गया।
कथित आरोपी गगनदीप सिंह द्वारा चेंज ऑफ नेम संबंधी दस्तावेज उसके पास न होने का दावा किया जा रहा है जबकि शिकायत के मुताबिक अप्रैल-2025 को उक्त दस्तावेज पावरकॉम विभाग की सिटी वेस्ट डिवीजन से संबंधित फाऊंटेन चौक कार्यालय में जमा किए गए हैं। पुलिस द्वारा रिकॉर्ड की बरामदगी के लिए कानूनी दांवपेच अपनाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि 420 के इस नैटवर्क में कई अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों के चेहरों पर पहने हुए ईमानदारी के मखौटे आने वाले समय में बेनकाब हो सकते हैं। यहां इस बात का जिक्र करना भी अनिवार्य होगा कि पावरकॉम विभाग के चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस द्वारा उक्त मामले की जानकारी मिलने के तुरंत बाद ही बड़ा एक्शन लेते हुए कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कुछ अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई और पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की शिकायत दर्ज करवाई गई।
