28 नवंबर 2025 : गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर हर साल लगने वाला माघ मेला इस बार 3 जनवरी से 15 फरवरी 2026 तक आयोजित होगा। करीब 44 दिनों तक चलने वाला यह मेला लाखों श्रद्धालुओं को आस्था और अध्यात्म से जोड़ने का अनोखा अवसर प्रदान करेगा। यहां देखें कल्पवास, शाही स्नान और माघ मेले के प्रमुख स्नान की तिथियां…
कितने दिनों का होगा कल्पवास?
माघ मेले का सबसे महत्वपूर्ण भाग कल्पवास होता है। पंचांग के अनुसार इस बार कल्पवास 29 दिनों का रहेगा। मेले की शुरुआत 3 जनवरी को पौष पूर्णिमा के पहले स्नान से होगी और समापन 15 फरवरी को महाशिवरात्रि के पवित्र स्नान के साथ होगा। कल्पवासी पूरे एक महीने संगम तट पर साधारण टेंटों में रहते हैं। वे हर दिन गंगा स्नान करते हैं, मंत्र जाप, कीर्तन, प्रवचन और साधना में समय बिताते हैं और सांसारिक सुखों से दूर रहकर आध्यात्मिक जीवन का पालन करते हैं। इस बार कल्पवास के लिए करीब 800 हेक्टेयर में विशाल टेंट सिटी बसाई जा रही है।
शाही स्नान: मेले का मुख्य आकर्षण
माघ मेला अपने भव्य और पारंपरिक शाही स्नानों के लिए प्रसिद्ध है। इन दिनों अखाड़ों के साधु-संत शोभायात्रा निकालते हुए संगम तट पर पहुंचते हैं और विधि-विधान के साथ पवित्र स्नान करते हैं। लाखों श्रद्धालु इन खास स्नानों के साक्षी बनते हैं और डुबकी लगाने आते हैं।
माघ मेले के प्रमुख स्नान की तिथियां….
3 जनवरी – पौष पूर्णिमा: मेला और कल्पवास का शुभारंभ
14 जनवरी – मकर संक्रांति: सूर्य के उत्तरायण होने पर पवित्र स्नान
18 जनवरी – मौनी अमावस्या: सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण स्नान
23 जनवरी – वसंत पंचमी: सरस्वती पूजा और शुभ स्नान
1 फरवरी – माघी पूर्णिमा: कल्पवासियों का मुख्य स्नान
15 फरवरी – महाशिवरात्रि: अंतिम स्नान और मेले का समापन
