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लंदन मौलाना घोटाला: मदरसा शिक्षक भर्ती में 4 अफसर सस्पेंड

 23 नवंबर 2025 : उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के मदरसा अशरफिया मिस्बाह-उल-उलूम में मौलाना शमशुल हुदा खान को शिक्षक का वेतन जारी करने के मामले में शासन ने बड़ी कार्रवाई की है। साल 2014 से 2017 के बीच मौलाना शमशुल हुदा को गलत तरीके से लाखों रुपए वेतन दिया गया। अब शासन ने चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।

कौन-कौन अधिकारी सस्पेंड हुए
शासन की ओर से सस्पेंड किए गए अधिकारियों में शामिल हैं:-
* शेषनाथ पांडे – अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर
* साहित्य निकश सिंह – गाजियाबाद में तैनात
* प्रभात कुमार – अमेठी में तैनात
* लालमन – बरेली में तैनात जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी

मामले की पूरी जानकारी
संत कबीर नगर के खलीलाबाद इलाके के रहने वाले मौलाना शमशुल हुदा खान ने 19 दिसंबर 2013 को भारत की नागरिकता छोड़कर लंदन की नागरिकता ले ली। इसके बावजूद, वह 2017 तक मदरसा में शिक्षक और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से वेतन लेते रहे। मौलाना ने वीआरएस लेने के बाद अपना जीपीएफ और पेंशन भी प्राप्त किया। जांच में सामने आया कि जनवरी 2022 में एडीएम प्रशासन आजमगढ़ ने 16.59 लाख रुपए की रिकवरी का आदेश जारी किया।

एटीएस की रिपोर्ट और विदेश यात्राएं
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की रिपोर्ट के आधार पर, यूपी एटीएस वाराणसी यूनिट ने जांच में पाया कि मौलाना शमशुल हुदा खान ने मदरसा शिक्षक रहते हुए ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, सिंगापुर, श्रीलंका और पाकिस्तान की कई यात्राएं की। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि उनके पाकिस्तान और कश्मीर के कई लोगों से संबंध हैं और उनकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गई हैं।

FIR दर्ज और कार्रवाई
एटीएस की रिपोर्ट के आधार पर संत कबीर नगर के खलीलाबाद में मौलाना शमशुल हुदा खान के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई। इसके बाद शासन ने वेतन जारी करने वाले आजमगढ़ के तत्कालीन चार जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।

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