23 जुलाई 2025 : कोल्हापुर जिले के शाहूवाडी तालुका के वारूळ गांव में मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। गणेश किसन पाटील (उम्र 28), जो महावितरण में कंत्राटी वायरमन (ठेका आधारित बिजली कर्मचारी) के रूप में कार्यरत थे, की काम के दौरान 11 हजार वोल्ट के बिजली खंभे पर करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे गांव और परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है।
घटना कैसे हुई?
22 जुलाई की सुबह करीब 11 बजे गणेश पाटील को सामाजिक वनीकरण नर्सरी, वारूळ में कृषि पंप की बिजली मरम्मत के लिए भेजा गया था। यह क्षेत्र उनके कार्यक्षेत्र से बाहर था। जैसे ही वे खंभे पर चढ़कर काम कर रहे थे, उन्हें अचानक तेज करंट लगा और वे नीचे गिर पड़े। घटनास्थल पर ही उनकी मृत्यु हो गई।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
गणेश परिवार के इकलौते कमाने वाले सदस्य थे। उनके पीछे माता-पिता, पत्नी, सात महीने का बेटा और भाई है। उनकी मौत के बाद परिवार का सहारा छिन गया और सात महीने का मासूम पिता के साये से वंचित हो गया। पूरे गांव में शोक की लहर है। गांववासियों ने सभी काम बंद कर गणेश को श्रद्धांजलि दी।
उठे सवाल और मांगें
ग्रामीणों और परिजनों का सवाल है कि कार्यक्षेत्र के बाहर गणेश को क्यों भेजा गया? इस लापरवाही के लिए संबंधित अधिकारियों पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग उठ रही है। इस संबंध में शाहूवाडी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है।
महावितरण की ओर से मदद
महावितरण के शाहूवाडी उपकार्यकारी अभियंता पी.वी. कुंभारे ने मृतक के परिवार को ₹4 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की है।
सुरक्षा व्यवस्था पर फिर सवाल
गणेश पाटील डेढ़ साल से कंत्राटी वायरमन के रूप में कार्यरत थे। बार-बार हो रही ऐसी दुर्घटनाओं ने एक बार फिर ठेका कर्मचारियों की सुरक्षा, प्रशिक्षण और उपकरणों की उपलब्धता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने सरकार और महावितरण से मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं टालने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
