मुंबई 08 अगस्त 2025 : ‘खालिद का शिवाजी’ फिल्म का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। मंत्री आशिष शेलार ने बताया कि सेंसर बोर्ड को इस फिल्म को दिए गए प्रमाणपत्र पर पुनर्विचार करने का सुझाव दिया गया है। इसके बाद विपक्ष ने उन्हें घेर लिया। वजह यह है कि खुद आशिष शेलार ने ही इस फिल्म के कान्स फिल्म फेस्टिवल में भेजे जाने की घोषणा की थी।
मई में महाराष्ट्र फिल्म, थिएटर और सांस्कृतिक विकास महामंडल के माध्यम से ‘खालिद का शिवाजी’ फिल्म का चयन कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 के “MARCHÉ DU FILM” सेक्शन के लिए किया गया था। यह फिल्म 13 से 24 मई 2025 के बीच कान्स में प्रदर्शित की गई थी।
यही मुद्दा अब विवाद का कारण बना है। विपक्ष का सवाल है कि जब फिल्म में इतिहास गलत दिखाया गया और लोगों की भावनाएं आहत हो रही थीं, तो तब इस पर रोक क्यों नहीं लगाई गई और इसे कान्स क्यों भेजा गया?
विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए आशिष शेलार ने कहा कि यह सही है कि फिल्म कान्स भेजी गई थी, लेकिन इसके चयन का निर्णय बनाई गई समिति ने लिया था। उन्होंने सिर्फ इसकी घोषणा की थी। अब विवाद के बाद इसकी जांच की जा रही है और सरकार ने फिल्म को कान्स की सूची से हटा दिया है। साथ ही, फिल्म में यदि गलत संदर्भों से लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं तो सरकार जरूर कार्रवाई करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार शिवप्रेमियों के साथ खड़ी है।
