पुणे 29 जुलाई 2025 : राष्ट्रवादी शरदचंद्र पवार गुट के वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे के दामाद प्रांजल खेवलकर रेव पार्टी मामले में गिरफ्तार हुए हैं। पुलिस ने खराड़ी इलाके में एक कथित रेव पार्टी पर छापा मारकर उन्हें हिरासत में लिया था और उन्हें दो दिन की पुलिस कस्टडी भी मिली है। अब इस कार्रवाई को लेकर एकनाथ खडसे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं और इसे सोची-समझी साजिश बताया है।
क्या बोले एकनाथ खडसे?
खडसे ने कहा,
“सात लोग अगर घर में शांत बैठकर पार्टी कर रहे हों, ना डांस है, ना म्यूजिक, तो क्या उसे रेव पार्टी कहा जाएगा? पुलिस को पहले रेव पार्टी की परिभाषा तय करनी चाहिए।”
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रांजल खेवलकर को बदनाम करने की नीयत से उनका वीडियो सार्वजनिक किया और उनकी निजता का हनन किया। खासकर महिलाओं के चेहरों को मीडिया में दिखाया जाना, कानून के खिलाफ है।
खडसे ने सवाल उठाया:
“जिस महिला की पर्स में ड्रग्स मिला, उसे आरोपी क्यों नहीं बनाया गया? जबकि मेरे जावई पर कोई पुराना मामला नहीं है, फिर भी उन्हें ‘प्राइम अक्युझ्ड’ क्यों बनाया गया?”
ससून अस्पताल की रिपोर्ट पर भी उठाए सवाल
एकनाथ खडसे ने कहा कि अल्कोहल की रिपोर्ट आ गई, लेकिन ड्रग्स की रिपोर्ट अब तक क्यों नहीं आई? उन्होंने ससून अस्पताल पर भी संदेह जताया और आरोप लगाया कि रिपोर्ट से छेड़छाड़ की जा रही है।
“जावई पर रखी जा रही थी निगरानी”
खडसे ने दावा किया कि उनके दामाद पर पहले से नजर रखी जा रही थी। उन्होंने कहा,
“मेरे जावई ने बताया कि वे जहां भी जा रहे थे, वहां सिविल ड्रेस में पुलिस वाले पीछा कर रहे थे। होटल की पार्किंग के CCTV में भी पुलिस दिखाई दे रही है। आखिर क्यों?”
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में प्रफुल्ल लोढा नामक व्यक्ति भी शामिल है, लेकिन सरकार उस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही। सिर्फ खडसे और उनके परिवार को टारगेट किया जा रहा है।
