10 नवंबर 2025 : अगर आप OpenAI का ChatGPT इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर जरूर पढ़ें। अमेरिका के कैलिफोर्निया में OpenAI के ChatGPT पर सात मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इन मुकदमों में आरोप लगाया गया है कि ChatGPT ने कुछ यूजर्स को खुद को नुकसान पहुंचाने के लिए उकसाया, जिससे कई मामलों में उनकी मौत भी हुई।
मुकदमों का आरोप:
ये मुकदमे सोशल मीडिया विक्टिम्स लॉ सेंटर और टेक जस्टिस लॉ प्रोजेक्ट नामक संगठनों ने दायर किए हैं। इनमें OpenAI पर लापरवाही, गलत तरीके से मौत का कारण बनने और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिकायत में कहा गया है कि कंपनी का चैटबॉट मानसिक रूप से यूजर्स को प्रभावित करने वाला और खतरनाक तरीके से जानकारी देने वाला बन गया है।
दावा किया गया है कि OpenAI ने यूजर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाय उनसे अधिक संवाद बढ़ाने पर जोर दिया। कई पीड़ितों ने शुरुआत में ChatGPT का इस्तेमाल सामान्य चीज़ों — जैसे पढ़ाई, रेसिपी, काम में मदद या आध्यात्मिक सलाह — के लिए किया था। लेकिन धीरे-धीरे यह डिजिटल असिस्टेंट एक खतरनाक साथी की तरह व्यवहार करने लगा।
फांसी बांधने की सलाह देने का आरोप:
एक मामले में जॉर्जिया के 17 वर्षीय अमोरी लेसी की मौत का जिक्र है। उसके परिवार का कहना है कि मौत से कुछ हफ्ते पहले उसने ChatGPT से मदद मांगी थी। आरोप है कि चैटबॉट ने उसे फांसी कैसे लगाई जाती है और सांस रुकने में कितना समय लगता है, जैसी खतरनाक जानकारी दी। परिवार का कहना है कि यह टूल लत और चिंता को बढ़ावा देने वाला बन गया था।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि OpenAI को अपने मॉडल की खामियों का पता होते हुए भी उसने ChatGPT जारी रखा। मॉडल कभी-कभी यूजर्स की परेशानी या भ्रम को समझकर उनसे सहमति जताता है, जिससे स्थिति और गंभीर हो जाती है।
OpenAI की प्रतिक्रिया:
OpenAI के प्रवक्ता ने द गार्डियन को बताया कि यह बेहद दुखद स्थिति है और कंपनी मुकदमों की बारीकी से समीक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि OpenAI लगातार ChatGPT को इस तरह प्रशिक्षित कर रहा है कि वह मानसिक या भावनात्मक परेशानी के संकेतों को पहचान सके और शांत, सहायक तरीके से प्रतिक्रिया दे सके।
