24 अक्टूबर 2024 ( हरियाणा ): पराली जलाने के कारण बढ़ते प्रदूषण के चलते हेल्थ इमरजेंसी जैसे हालात उत्पन्न हो रहे हैं। खासकर जीटी रोड बेल्ट के पानीपत, करनाल, और कुरुक्षेत्र में स्थिति काफी गंभीर हो गई है। इन तीन जिलों में 198 स्थानों पर पराली जलाने की घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं, जबकि पूरे हरियाणा में यह संख्या 680 है। जानकारी के अनुसार, कुरुक्षेत्र में कल 15 स्थानों पर पराली जलाई गई। इसके साथ ही, इन शहरों में कई जगहों पर खुले में कूड़ा भी जलाया जा रहा है। 23 अक्टूबर को पानीपत का AQI 500 से ऊपर पहुंच गया था, जबकि आज पानीपत में AQI 450, कुरुक्षेत्र में 420, और करनाल में 402 है। हालांकि, पानीपत में हवा के चलने से प्रदूषण में कुछ राहत मिली है। रात में AQI स्तर 450 से घटकर अब बेहतर स्थिति में आ गया है। पानीपत के डीसी वीरेंद्र कुमार दहिया ने बताया कि प्रदूषण का स्तर अब 158 है, जो पहले से बेहतर हुआ है।
वायु प्रदूषण के कारण होने वाली बीमारियाँ:
- अस्थमा
- फेफड़ों का कैंसर
- हार्ट अटैक
- बच्चों में सांस की दिक्कत
- क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD)
