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पूर्व सीएम का बड़ा बयान: ‘भारत में भी नेपाल जैसी स्थिति हो सकती है पैदा’

 13 सितंबर 2025: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेपाल में जारी अस्थिरता को लेकर गंभीर चिंता जताई और कहा कि अगर भारत में भी चुनाव प्रक्रिया में धांधली और वोट चोरी की घटनाएं जारी रहीं, तो नेपाल जैसी स्थिति भारत में भी पैदा हो सकती है। उन्होंने सरकार और चुनाव आयोग पर जोरदार आरोप लगाते हुए कहा कि पड़ोसी देशों में जो हालात बन रहे हैं, वे हमारे देश में भी बन सकते हैं यदि लोकतंत्र की सुरक्षा नहीं की गई।

अखिलेश यादव ने विशेष रूप से अयोध्या में हुए हालिया चुनावों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां बाहरी लोगों के द्वारा वोटिंग कराई गई और वोट चोरी की घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे हालात देश के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करेंगे और सामाजिक-राजनीतिक अस्थिरता को जन्म देंगे, जिससे नेपाल जैसी परिस्थिति बनना संभव है।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए कि न केवल देश के अंदर बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों और पड़ोसी देशों में भी शांति बनाए रखी जाए। लेकिन उनकी आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की विदेश नीति कई बार विफल रही है और आंतरिक राजनीति में भी कई तरह की समस्याएं और विवाद सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया के दौर में जानकारी के प्रसार की कोई सीमा नहीं रही, जिससे राजनीतिक निर्णयों और देश की छवि पर असर पड़ता है। उन्होंने कहा कि हमें किसी भी मामले को एकतरफा नजरिए से नहीं देखना चाहिए, बल्कि सभी पहलुओं को समझकर ही फैसले लेने चाहिए।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन के दौरान शहीद किसानों के परिवारों से मुलाकात कर उन्हें सम्मानित भी किया। इस अवसर पर सिख समुदाय के लोग भी मौजूद थे और अखिलेश यादव ने सिख पगड़ी पहनकर अपनी एकजुटता दिखाई। इसके साथ ही उन्होंने एक पंजाबी गीत भी लॉन्च किया, जो किसानों के संघर्ष और सम्मान को समर्पित है।

इसके अतिरिक्त, अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में बढ़ती अपराध दर और कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य में केवल अपहरण की घटनाएं ही नहीं, बल्कि डिजिटल गिरफ्तारी (डिजिटल माध्यम से दबाव या गिरफ्तारी) भी बड़े पैमाने पर बढ़ी हैं। उत्तर प्रदेश अपराधों में नंबर एक स्थान पर है और महिलाएं सबसे अधिक असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इन मामलों पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए।

अखिलेश यादव की ये टिप्पणियां आगामी चुनावों और राज्य की राजनीतिक परिस्थितियों के संदर्भ में काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं, क्योंकि वे सरकार की नीतियों और चुनावी व्यवस्थाओं पर सवाल उठाते हुए लोकतंत्र की स्थिरता को लेकर चिंता जता रहे हैं। उनका यह बयान प्रदेश और देश के राजनीतिक हलकों में बहस का विषय बना हुआ है।

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