सातारा 24 अक्टूबर 2025 : फलटण उपजिल्हा अस्पताल में महिला डॉक्टर ने की आत्महत्या, अस्पताल में पसरा शोक यह घटना फलटण उपजिल्हा अस्पताल की है, जिसने अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग में शोक और चिंता की लहर पैदा कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से यह महिला डॉक्टर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के बीच चल रहे विवाद में फंसी हुई थीं। मेडिकल जांच को लेकर पुलिस के साथ हुए विवाद के बाद उन पर जांच चल रही थी। उन्होंने बार-बार अपने वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की थी कि “मुझ पर अन्याय हो रहा है, मैं अपनी जान दे दूंगी।”
अंततः गुरुवार, 23 अक्टूबर की रात उन्होंने यह गंभीर कदम उठाया। उनके इस निर्णय ने फलटण उपजिल्हा अस्पताल और पूरे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि महिला डॉक्टर ने आत्महत्या से पहले कोई सुसाइड नोट लिखा था या नहीं। शुरुआती जांच में यह भी संकेत मिले हैं कि पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के विवाद, लगातार जांच और प्रशासनिक दबाव के कारण वह मानसिक तनाव में थीं।
इस घटना ने एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों और कर्मचारियों के मानसिक दबाव और कार्यभार की गंभीर समस्या को उजागर किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक काम, प्रशासनिक दबाव और तनावपूर्ण परिस्थितियों के कारण स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की मानसिक स्थिति पर गंभीर असर पड़ रहा है, और इसके लिए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है।
