1 दिसंबर 2024 – 13 फरवरी से शंभू बॉर्डर पर बैठे किसान, 6 दिसंबर से दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू करेंगे। उनका प्रमुख लक्ष्य सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग को लेकर आंदोलन को तेज करना है। संयुक्त किसान मोर्चा की चंडीगढ़ में हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। हरियाणा में किसान जत्थे चार प्रमुख जगहों—अंबाला, मोड मंडी, खानपुर जट्टा और पीपली—पर रुकेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि मार्च रोजाना सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। अगर किसानों को तय स्थानों तक पहुंचने में समय लगेगा तो वे सड़क पर ही मोर्चा लगाएंगे। इसके अलावा, सोमवार से वॉलंटियर जोड़ने के लिए सदस्यता अभियान भी शुरू होगा, जिसके फार्म मोर्चे के सोशल मीडिया अकाउंट पर उपलब्ध होंगे।
पंधेर ने केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और हरियाणा भाजपा के मंत्रियों से अपील की कि वे अपने पूर्व बयान पर कायम रहें, जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन को बिना ट्रैक्टर ट्राली के दिल्ली कूच करने की अनुमति दी थी। पंधेर ने कहा कि अगर किसानों के साथ कोई भी अत्याचार होता है, तो सरकार की असल मंशा स्पष्ट हो जाएगी। किसान बिना किसी विरोध के, सिर पर कफन बांधकर सभी अत्याचार सहने के लिए तैयार हैं।
