पुणे 12 अक्टूबर 2025 : स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव को लेकर भाजपा की पश्चिम महाराष्ट्र विभागीय बैठक कल हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र चव्हाण, राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे, उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील, केंद्रीय राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोळ, सार्वजनिक निर्माण मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले समेत भाजपा के अन्य मंत्री, सांसद, विधायक, पूर्व नगरसेवक और जिला परिषद के पूर्व सदस्य उपस्थित रहे। बैठक में पुणे, सातारा, सांगली, कोल्हापूर और सोलापूर जिलों की राजनीतिक स्थिति का आकलन किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री फडणवीस ने पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
‘महानगरपालिका, नगरपालिका, जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों में भाजपा की ओर से जहां संभव होगा, गठबंधन किया जाएगा। लेकिन यदि स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ा गया, तो मित्र पक्षों की आलोचना नहीं करनी चाहिए,’ यह निर्देश कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को दिए गए हैं। गठबंधन संबंधी निर्णय लेने का अधिकार स्थानीय स्तर पर दिया गया है, उन्होंने बताया।
फडणवीस ने कहा, ‘स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनावों के लिए हम पूरे राज्य में समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। पश्चिम महाराष्ट्र में पिछली बार की स्थिति और वर्तमान परिदृश्य का आकलन किया गया। साथ ही कार्यकर्ताओं की समस्याओं और बूथ संरचना पर भी चर्चा हुई। हर जिले में हमारे लिए सकारात्मक माहौल है। जहां संभव होगा, गठबंधन किया जाएगा और अच्छे कार्यकर्ता आए तो उनका स्वागत किया जाएगा। आठ दिनों में राज्य कार्यकारिणी की घोषणा की जाएगी। बड़े पार्टी होने के कारण कुछ जगहों पर नाराजगी भी हो सकती है।’
‘…तो 125 नगरसेवक’
‘साल 2017 में पुणे महानगरपालिका चुनाव में भाजपा के 99 नगरसेवक चुने गए थे। इसके बाद शिवसेना के कुछ पूर्व नगरसेवक भाजपा में शामिल हुए। इसलिए यदि हम स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ते हैं, तो भाजपा के 125 नगरसेवक चुने जाएंगे,’ ऐसा शहर भाजपा ने अपनी प्रस्तुति में कहा और स्वतंत्र ताकत का नारा दिया।
इस बीच, उद्धव ठाकरे ने कहा था कि यदि किसानों को मदद नहीं मिली, तो वे फिर सड़कों पर उतरेंगे। इस पर फडणवीस ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले बाढ़ प्रभावित किसानों को अधिक से अधिक मदद पहुँचाई जाएगी और उद्धव ठाकरे के सड़कों पर उतरने का समय नहीं आएगा।
