मुंबई 01 अक्टूबर 2025 : वर्तमान में सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। एसटी महामंडल द्वारा 10% हंगामी भाड़ा बढ़ाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इस भाड़ेवृद्धि को लेकर आम जनता में नाराजगी व्यक्त की जा रही थी। जनता की भावना को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय वापस लेने का फैसला किया है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देश पर राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने हंगामी भाड़ेवृद्धि को रद्द करने की बड़ी घोषणा की। इससे आम जनता को बड़ी राहत मिली है। राज्य सरकार के इस निर्णय के बाद महाराष्ट्र की जनता अब सामान्य भाड़े पर एसटी बसों में यात्रा कर सकेगी। इस निर्णय से दिवाली के समय आम लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है।
दिवाली के अवसर पर 15 अक्टूबर से 5 नवंबर तक एसटी द्वारा हंगामी भाड़ा बढ़ाया जाना था। यह भाड़ेवृद्धि लगभग 10% की थी। लेकिन इससे पूरे राज्य में नाराजगी व्यक्त की जा रही थी। ग्रामीण क्षेत्रों की जनता एसटी बसों पर अधिक निर्भर है, इसलिए यह वृद्धि ग्रामीण महाराष्ट्र को प्रभावित कर सकती थी। इसके अलावा, शहरों से ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाले लोगों को भी अधिक भाड़ा देना पड़ता। अंततः सरकार ने हंगामी भाड़ेवृद्धि न करने का निर्णय लिया है।
दरअसल हर साल दिवाली पर हंगामी भाड़ेवृद्धि की जाती है। इस वर्ष भी यह योजना बनाई गई थी। लेकिन राज्य में वर्तमान में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने और अतिवृष्टि से भारी नुकसान होने के कारण किसानों और आम जनता की स्थिति चिंताजनक है। कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और कई जगहों पर पानी भर गया है। ऐसी कठिन परिस्थितियों में आम जनता से भाड़ेवृद्धि करना उचित नहीं माना गया। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस संदर्भ में परिवहन विभाग को भाड़ेवृद्धि वापस लेने के निर्देश दिए, जिसके अनुसार परिवहन मंत्री ने हंगामी भाड़ेवृद्धि रद्द करने का निर्णय लिया है।
एकनाथ शिंदे ने कहा:
“एसटी महामंडल हर साल दिवाली के समय 10% भाड़ेवृद्धि करता है, जिससे लगभग 30 करोड़ रुपये का राजस्व मिलता है। लेकिन इस बार राज्य में उत्पन्न हुई बाढ़ जैसी परिस्थितियों को देखते हुए अपवाद स्वरूप 10% भाड़ेवृद्धि को रद्द करने के निर्देश परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक को दिए गए हैं।
