जालंधर/शाहकोट 18 सितंबर 2025 : सतलुज दरिया में पानी का बहाव तेज होने के कारण मंडाला छन्ना के पास धुसी बांध को बचाने के लिए लगाई जा रहे तटबंधों का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है ताकि दरिया के बहाव को मोड़ा जा सके और धुसी बांध को सुरक्षित रखा जा सके।
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने बताया कि केवल तटबंध लगाने से ही धुसी बांध को सुरक्षित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि दरिया में भले ही 20 500 क्यूसिक पानी ही बह रहा है, लेकिन पानी का तेज बहाव ही बांध धंस रहा है। जमीन कटान के चलते 4 घर खाली करवाए गए है। उधर आई.ए.एस. अधिकारी जसवीर सिंह मंडाला छन्ना पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। जसवीर सिंह शाहकोट में एस.डी.एम. रह चुके हैं और उन्हें साल 2019 और 2023 में आई भयंकर बाढ़ों में काम करने का अनुभव भी है। राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल बेहतर तालमेल रखते हुए टीम से काम करवा रहे हैं। उन्होंने पंजाब पुलिस, फौज और ड्रैनेज विभाग के अधिकारियों को भी हौसला दिया और कठिन समय में लोगों के साथ खड़े होने तथा धुसी बांध को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों में सहयोग देने पर सभी का धन्यवाद किया।
सीचेवाल ने पंजाबियों के जज्बे को सलाम करते हुए कहा कि संकट के समय पंजाब ने हमेशा एकजुटता और एकता दिखाई है। यह पंजाबियों के खून में ही है कि वे सदियों से पीड़ित पक्ष का साथ देते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि सतलुज दरिया ने अपना बहाव बदलकर सीधा धुसी बांध की ओर कर लिया है और दरिया बांध से टकराकर बह रहा है, जिसके कारण धुसी बांध की ढहती दीवारें दरिया में गिरती जा रही हैं। धुसी बांध को बचाने के लिए दरिया के स्वभाव को समझना होगा और उसके बदलते स्वभाव के अनुसार ही रणनीति अपनानी होगी। मंडाला छन्ना के सरपंच सतनाम सिंह ने बताया कि दरिया की ओर से हो रहे धसाव के कारण 4 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। एक घर का बड़ा हिस्सा तो दरिया की भेंट चढ़ गया है। बाकी अन्य घरों में बड़ी दरारें आ गई हैं। समय रहते घरों का सामान बाहर निकाल लिया गया था। उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की कि जिन चार घरों का नुकसान हुआ है उनका पुनर्वास किया जाए।
