वाराणसी 18 जुलाई 2025 : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने वाराणसी में ‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा पर आधारित राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह में भाग लिया। इस दौरान योगी ने बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जनजाति समुदाय भारत की परंपरा को सहेजने में योगदान दिया है। जब भी भारत के अंदर आंदोलन को लेकर आवाज उठी तो जनजाति समुदाय अग्रिम पंक्ति में खड़ा रहा है।
हमारी चुनौती ऐसी है कि कुछ लोग समाज के बीच लोगों को मुख्यधारा से अलग करने का काम करते हैं, इनके कारनामे ऐसे हैं। सीएम ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर जातीय संघर्ष की स्थिति पैदा करते हैं। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि 2, 3 साल पहले ऐसे ही एक घटना हुई थी,एक आगजनी की घटना में एक व्यक्ति भगवा गमछा ओढ़े था, बीच में उसके मुंह से निकला या अल्लाह ऐसे ही लोगों को चिन्हित करने की आवश्यकता है।
सीएम ने कहा कि सावन का महीना चल रहा है, इससे पहले मुहर्रम था, हमने नियम बना दिये थे कि ताज़िये की लंबाई सीमित रखें, इससे बिजली,पेड़ की टहनी को नुकसान पहुंचता था। जौनपुर में एक घटना हुई ताजिया को इतना ऊंचा किया कि हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गए,3 लोग मारे गए,बाद में उपद्रव हुआ,तो मैंने कहा लाठी मारो इनको, ये लातों के भूत हैं,बातों से नहीं मानेंगे, इसका किसी ने विरोध नहीं किया।
आज कांवड़ यात्री,भक्ति भावना से चलते हैं,200,300,400 किलोमीटर कावंड़ को कंधे पर लेकर चले जाते हैं। हर हर बम बोलते हुए,लेकिन उनका भी मीडिया ट्रायल होता है,उन्हें उपद्रवी आतंकवादी तक बोला जाता है,ये वो मानसिकता है, जो हर प्रकार से भारत की विरासत और आस्था को अपमानित करने का काम करते हैं, यही लोग सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर जातीय संघर्ष फैलाने का काम करते हैं” ऐसे लोगों के खिलाफ सख्तती से कार्रवाई करेगी।
