28 अगस्त 2025 : सुशील राऊत, प्रतिनिधि, छत्रपति संभाजीनगर: मालिक की मौत के बाद तीन साल से बंद पड़े फ्लैट पर कब्जा करने के लिए एक व्यक्ति ने सिटी सर्वे कार्यालय के अधिकारियों की मदद से फर्जी पीआर कार्ड तैयार कर लिया। इसके बाद वह अचानक सोसायटी में पहुंचा और दावा किया कि उसने फ्लैट खरीद लिया है। लोगों को विश्वास दिलाने के लिए मिठाइयाँ भी बांटने लगा। जब यह खबर मृतक के परिवार तक पहुंची तो वे हैरान रह गए।
इस मामले में उस्मानपुरा थाने में सिटी सर्वे कार्यालय के अधिकारियों और फ्लैट पर कब्जा करने वाले शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आरोपी का नाम पवन कमलचंद पहाड़े है और उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, मुंबई निवासी सिद्धार्थ रमेश मिश्रा के परिवार का छत्रपति संभाजीनगर के उस्मानपुरा स्थित क्वीन अपार्टमेंट में एक फ्लैट है। यह फ्लैट सिद्धार्थ के बड़े भाई अनिरुद्ध ने 2015 में खरीदा था, लेकिन उसकी सिटी सर्वे कार्यालय में नोंद नहीं करवाई गई थी। बाद में सिद्धार्थ नौकरी के सिलसिले में मुंबई में बस गए और 30 अक्टूबर 2022 को बीमारी के कारण अनिरुद्ध का निधन हो गया। इसके बाद परिवार का कोई भी सदस्य उस फ्लैट में नहीं गया, जिससे फ्लैट बंद पड़ा रहा।
इसी बीच पवन पहाड़े की नजर फ्लैट पर पड़ी। उसने सिटी सर्वे अधिकारियों की मदद से फर्जी दस्तावेज और पीआर कार्ड तैयार किए और दावा किया कि उसने फ्लैट खरीद लिया है। वह सोसायटी में आकर मिठाइयाँ बांटने भी लगा। सोसायटी के कुछ लोगों ने यह जानकारी मिश्रा परिवार तक पहुंचाई। जब वे मौके पर पहुंचे तो उन्हें फ्लैट में अनिरुद्ध का सारा सामान उसी तरह रखा मिला। जांच में पता चला कि पवन पहाड़े ने फर्जी खरेदी के कागजात बनाकर और अनिरुद्ध की नकली हस्ताक्षर कराकर सिटी सर्वे कार्यालय और भूमापन विभाग में फ्लैट को अपने नाम पर दर्ज करा लिया था।
मिश्रा परिवार की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पवन पहाड़े और सिटी सर्वे कार्यालय के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
