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Chanakya Niti: पुरुषों की 7 गलतियां जो बर्बाद कर देती हैं शादीशुदा जिंदगी

04 जून 2025 : आचार्य चाणक्य एक महान नीतिशास्त्री और गहरे विचारक थे. उन्होंने जीवन के हर पहलू को ध्यान से देखा और उन अनुभवों को अपनी चाणक्य नीति में जगह दी. उनके विचार आज भी उतने ही उपयोगी और सटीक माने जाते हैं. खासकर शादीशुदा जीवन में पुरुषों के लिए उनकी नीतियां बहुत मार्गदर्शक हो सकती हैं. शादी के बाद जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं और अगर कुछ गलतियां की जाएं तो न केवल रिश्ता बिगड़ता है, बल्कि जीवन में अशांति भी आ जाती है. आइए जानते हैं चाणक्य नीति के अनुसार शादी के बाद पुरुषों को कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए. ये गलतियां वैवाहिक जीवन पर बेहद बुरा असर डालती हैं.

1. पत्नी का अपमान कभी न करें
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो पुरुष अपनी पत्नी का आदर नहीं करता, उसके जीवन में कभी सुख और शांति नहीं आ सकती. पत्नी केवल जीवनसंगिनी नहीं होती, वह घर की लक्ष्मी भी होती है. अगर आप उसका अपमान करेंगे तो घर का माहौल बिगड़ेगा और रिश्तों में दूरी बढ़ेगी. पत्नी के सामने या दूसरों के सामने उसका मजाक उड़ाना, उसकी बात को न मानना या उसे नजरअंदाज करना बहुत बड़ी गलती है.

2. पत्नी की तुलना किसी और से न करें
आचार्य चाणक्य के अनुसार, तुलना से हमेशा हीनभावना और नाराजगी जन्म लेती है. अगर आप अपनी पत्नी की तुलना किसी और महिला से करते हैं, चाहे वह उसकी बहन हो, पड़ोसन हो या कोई फिल्मी कलाकार, तो इससे उसकी आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती है. हर व्यक्ति की अपनी खासियत होती है और पत्नी की विशेषताओं को समझकर उसकी सराहना करनी चाहिए.

3. घर की बातें बाहर न बताएं
शादी के बाद एक बात बहुत जरूरी हो जाती है गोपनीयता. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि घर की बातें, खासकर पत्नी से जुड़ी चीजें, दोस्तों, रिश्तेदारों या माता-पिता को बताना बहुत नुकसानदायक हो सकता है. इससे आपके रिश्ते में दरार आ सकती है और आपकी पत्नी को असहज महसूस हो सकता है. घर की समस्याओं का समाधान घर के अंदर ही ढूंढना चाहिए.

4. पत्नी को समय न देना सबसे बड़ी गलती
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि रिश्ते में सबसे जरूरी होता है साथ और संवाद. अगर कोई पुरुष शादी के बाद पत्नी को समय नहीं देता, उसकी बातों को नहीं सुनता, तो धीरे-धीरे रिश्ते में दूरी आ जाती है. चाहे आप कितना भी व्यस्त क्यों न हों, दिन का कुछ समय अपनी पत्नी के साथ जरूर बिताना चाहिए. यह न केवल प्रेम को बढ़ाता है बल्कि विश्वास भी मजबूत करता है.

5. क्रोध में पत्नी को कुछ गलत न कहें
क्रोध में किया गया अपमान कभी नहीं भुलाया जाता. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जब मनुष्य गुस्से में होता है, तब वह अपनी बुद्धि खो बैठता है और ऐसे शब्द बोलता है जो दिल को चीर सकते हैं. अगर आप क्रोध में अपनी पत्नी को अपशब्द कहेंगे, तो उसका असर लंबे समय तक रहेगा. इसलिए गुस्सा आए तो चुप रहिए, लेकिन कटु वचन न कहिए.

6. पत्नी की सलाह को नजरअंदाज न करें
कई पुरुषों को लगता है कि उन्हें सब कुछ पता है और पत्नी की राय की कोई जरूरत नहीं. लेकिन चाणक्य कहते हैं कि पत्नी की बुद्धि, अनुभव और भावना को समझना और उसका सम्मान करना बहुत जरूरी है. कई बार उनकी छोटी सी सलाह बड़ा नुकसान होने से बचा सकती है. इसलिए उनकी बात को ध्यान से सुनें और विचार करें.

7. अन्य महिलाओं में ज्यादा रुचि न लें
शादी के बाद अगर कोई पुरुष दूसरी महिलाओं में रुचि दिखाता है, उनसे ज्यादा हंसी-मजाक करता है या भावनात्मक रूप से जुड़ जाता है, तो यह चाणक्य नीति के खिलाफ है. ऐसा आचरण न केवल पत्नी को दुख देता है, बल्कि घर की शांति को भी छीन लेता है. पति को संयम और मर्यादा का पालन करना चाहिए

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