दिल्ली-NCR के नजदीक स्थित 5 हिल स्टेशंस, जहां आप 2 दिन में आराम से घूम सकते हैं
8 दिसंबर 2024 : दिल्ली-एनसीआर के पास स्थित हिल स्टेशन्स: दिल्ली-एनसीआर के पास कई खूबसूरत हिल स्टेशन्स हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। ये हिल स्टेशन प्रकृति…
पुस्तक समीक्षा: “कथा एक रंग-युग की, रंग हबीब की”
7 दिसंबर 2024 – रंग-सम्राट हबीब तनवीर की जन्मशती के अवसर पर, टैगोर विश्व कला-संस्कृति केंद्र, भोपाल ने अपनी पत्रिका रंग संवाद का विशेष अंक उनके पर केंद्रित किया है।…
विश्व प्रसिद्ध भारतीय संत नीब करौरी महाराज की शिक्षाओं पर आधारित पुस्तक “महाराज जी = LOVE” का विमोचन किया गया।
7 दिसंबर 2024 – भारत हमेशा से संतों की तपस्थली रही है, जहाँ अनेक महान तपस्वी हुए हैं। इन संतों में से एक हैं नीब करौरी महाराज, जिनकी तपस्थली कैंची…
पुस्तक समीक्षा: सिलक्यारा के सत्रह दिन – संघर्ष और आशा की एक प्रेरणादायक कहानी
7 दिसंबर 2024 – समाज में घटित घटनाएं और हादसे अक्सर हमारे दिलों को गहरे प्रभावित करती हैं, और जब इन घटनाओं को लेखक अपनी लेखनी के माध्यम से जीवंत…
गुरु गौरव और नृत्य की सम्मानजनक प्रतिष्ठा
7 दिसंबर 2024 – कथक की जानीमानी और उच्चकोटि की नृत्यांगना विदुषी शोभना नारायण का नाम भारतीय नृत्य कला के विशिष्ट कलाकारों में लिया जाता है। उनकी एकल नृत्य प्रस्तुतियां…
करौली की शाही चित्रकारी का जलवा, शादी में अनिवार्य वर्षों पुरानी परंपरा
05 दिसंबर 2024 : शादियों के अवसर करौली में एक ऐसा रिवाज कायम है जिसके बिना शादी की धूम अधूरी मानी जाती है. करौली में जिस घर में भी शादी…
ताड़पत्र पर कृष्ण जीवनी, ओड़िशा के कलाकारों का अद्भुत हुनर
भोपाल 05 दिसंबर 2024 : कला किसी पहचान की मोहताज नहीं होती है और इसका जीता जागता नमूना राजधानी के भोपाल हाट बाजार में देखने को मिल रहा है. नाबार्ड…
काठी डांस: सोलह श्रृंगार से सजी काठी, जानिए रहस्यमयी कथा
खरगोन 04 दिसंबर 2024 : मध्य प्रदेश का निमाड़ अपनी अनोखी लोक कलां और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है. काठी नृत्य यहां की प्रमुख लोक कलाओं में से एक है.…
फूल के बर्तन का प्राचीन रिवाज, जानिए रीवा की अनोखी परंपरा
रीवा 04 दिसंबर 2024 : रीवा सहित समूचे विन्ध्य में विवाह के दौरान फूल से बने बर्तन का उपयोग किया जाता है. पुत्र विवाह हो या पुत्री का विवाह हो,…
ठाकुर बांके बिहारी के 545 साल, बैंड-बाजों और विशेष भोग से होगी पूजा
मथुरा 3 दिसंबर 2024 : वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में भगवान बांके लाल का प्राकट्य उत्सव बड़े ही हर्सोउल्लास के साथ हर्ष साल की भांति इस साल भी मनाया…
